बंद मकान बने डेंगू मच्छरों का घर
लंबे समय से बंद पड़े मकान पड़ोसियों के लिए बीमारी का कारण बन रहे हैं।
बागपत, जेएनएन। लंबे समय से बंद पड़े मकान पड़ोसियों के लिए बीमारी का कारण बन रहे हैं। डेंगू फैलने का भी एक बड़ा खतरा बने हुए हैं। यहां पर बारिश का पानी इकट्ठा है, जिसमें जहरीले मच्छर पनप गए है। पड़ोसियों ने घर की सफाई कराने की मांग की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग से नगर पालिका और नगर पंचायत को पत्र जारी कर ऐसे घरों में सफाई कराने का अनुरोध किया।
डेंगू का खतरा लगातार बढ़ रहा है। संक्रमितों की संख्या भी 36 पर पहुंच गई हैं। बीमारियों से बचाव के लिए हर तरह से सावधानियां बरत रहे है, लेकिन पड़ोसियों के बंद पड़े मकान परेशानियों का कारण बन रहे हैं। इन घरों में सफाई न होने और पानी इकट्ठा रहने की वजह से मच्छर पनप गए है। जो पानी इकट्ठा है उसमें डेंगू के मच्छर पनप गया है। लोग बीमार हो रहे हैं। पड़ोसियों को साफ-सफाई के लिए बोल देते है, लेकिन उनकी कोई नहीं सुनता है। जहां डेंगू के मरीज मिले थे वहां स्वास्थ्य विभाग के सामने भी ये समस्या आई थी। अब विभाग ने संबंधित नगर पालिका और नगर पंचायत को बंद पड़े मकानों की सूची तैयार करने और वहां पर छिड़कांव कराने का अनुरोध करते हुए पत्र जारी किया है। सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने कहा कि बंद मकानों में बारिश का पानी इकट्ठा होने की वजह से मच्छर पैदा हो गए है। ऐसे मकानों की सूची तैयार करने के लिए नगर पालिका खासकर बड़ौत को पत्र जारी किया गया है जिससे ऐसे बंद पड़े मकानों में छिड़काव और फागिग कराई जा सके।