नवजात की मौत के बाद सीएचसी में हंगामा
सीएचसी में नवजात की मौत के बाद परिवार वालों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।
बागपत, जेएनएन। सीएचसी में नवजात की मौत के बाद परिवार वालों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।
बासौली गांव निवासी अंकुर की पत्नी सोनिया को डिलीवरी के लिए बुधवार शाम छपरौली सीएचसी में भर्ती कराया था। रात आठ बच्चे उसने बेटे का जन्म दिया। पैदा होने के बाद ही नवजात को सांस लेने में तकलीफ थी। अंकुर का आरोप है कि उसने बच्चे की परेशानी डाक्टर, नर्स आदि को बताई लेकिन कोई उसे देखने नहीं पहुंचा।
रातभर तड़पने के बाद सुबह लगभग पांच बजे नवजात ने दम तोड़ दिया। परिवार वाले सीएचसी पहुंचे और घंटों हंगामा किया। सोनिया के भाई कुलदीप ने आरोप लगाया कि डाक्टरों ने उन्हें सीएचसी में भर्ती आदि के कागजात भी नहीं दिए। उधर, दोपहर 12 बजे तक भी सोनिया को बेटे की मौत की सूचना नहीं दी गई थी। बाद में बासौली के कुछ लोग सीएचसी पहुंचे और परिवार वालों को समझाया। स्वजन शव लेकर घर लौट गए।
सीएचसी प्रभारी डाक्टर अरविद मलिक ने बताया कि संभवत: रात में बच्चे को उल्टी हुई होगी। गंदा पानी श्वांस नली ओर फेफड़ों में चले जाने से उसकी मौत हो गई। जांच की जा रही है। पुलिस का लूट से इन्कार और लौटा दिए हजारों रुपये
चिरौड़ी में चालक से लूट के मामले में पुलिस ने जानकारी से इंकार कर पीड़ित को 22 हजार रुपये लौटा दिए। रकम वापस मिलने को लेकर ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ तरह तरह की चर्चाएं है। पीड़ित ने बाकी रकम दिलाने की भी मांग की है।
बुधवार को गौना गांव से लोनी की लालबाग मंडी सब्जी लेकर कैंटर चालक सतेंद्र से चार बदमाश ने चिरौड़ी में 30 हजार की नकदी लूटी थी। बकौल चालक घटनास्थल से कुछ दूर पीसीआर पुलिस भी खड़ी थी। पीड़ित ने सिरौली नहर चौकी पर तहरीर दी। गुरुवार को पुलिस ने लूटी हुई रकम में 22 हजार रुपये वापस लौटा दिए। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने फजीहत बचाने के लिए अपने पास रकम दी है। कोई बदमाश पुलिस ने नहीं पकड़ा है। पुलिस की कार्यशैली को ग्रामीणों में तरह तरह की चर्चाएं हैं। उधर गाजियाबाद की सिरौली नहर चौकी इंचार्ज पुष्पराज सिंह का कहना है कि ऐसी किसी लूट व रकम वापस लौटाए जाने की जानकारी नहीं है।