मुख्यमंत्री का बधाई पत्र मिलते ही गदगद हुए हसरत
निवाड़ा के प्रधान हसरत की खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा जब सीडीओ अभिराम त्रिवेदी ने उन्हें घर से बुलाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बधाई पत्र सौंपा। लखनऊ से आया पत्र ग्रहण करने के बाद प्रधान हसरत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।
बागपत, जेएनएन। निवाड़ा के प्रधान हसरत की खुशी का तब ठिकाना नहीं रहा, जब सीडीओ अभिराम त्रिवेदी ने उन्हें घर से बुलाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बधाई पत्र सौंपा। लखनऊ से आया पत्र ग्रहण करने के बाद प्रधान हसरत ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार व्यक्त किया।
प्रधान हसरत ने कहा कि योगी जी की सरकार कोरोना को हराने, गरीबों तथा आमजन की मदद तथा विकास कराने समेत हर क्षेत्र में अच्छा काम कर रही। हम भी कोरोना को हराने के लिए गांव में निगरानी समिति को सक्रिय करने, गांव स्वच्छ बनाने, कोरोना से बचाव को मेडिसिन किट वितरण तथा ज्यादा पौधारोपण कराकर देखभाल जैसे काम कर मुख्यमंत्री की अपेक्षा पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
सीडीओ ने प्रधान हसरत को गांव के विकास में पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया। जिला पंचायत राज अधिकारी कुमार अमरेंद्र ने बताया कि लखनऊ से बागपत के सभी 244 गांवों के प्रधानों को मुख्यमंत्री ने पत्र भेजा। इन पत्रों को हम प्रधानों को दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पत्र में प्रधानों को चुने जाने पर बधाई देने के साथ कोरोना को हराने की अपील की है। टीकाकरण में लोग उड़ा रहे नियमों की धज्जियां
खेकड़ा : रेलवे रोड पीएचसी पर कोरोना संक्रमण से बचाव को टीकाकरण अभियान चल रहा है। रोजाना सैकड़ों लोगों को टीके लगाए जा रहे हैं। दिनोंदिन बढ़ रही भीड़ को काबू करने व व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस भी तैनात है। लोग नियमों का पालन करने की तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं। गुरुवार सुबह भी 10 बजे टीकाकरण शुरू हुआ पर इससे पहले ही लोगों की भीड़ लग गई थी। टीकाकरण शुरू होने के बाद लोग एक दूसरे से मधुमक्खी की तरह चिपककर खड़े हो गए। मानों कोरोना नामक कोई वायरस नहीं है, जिसके लिए शारीरिक दूरी पालन करना बेहद जरूरी है। पुलिस मुस्तैद रही, लेकिन लोगों की भीड़ पर काबू कर नियमों का पालन कराने में पूरी तरह विफल रही। अगर यही हाल रहा तो संभावित डेल्टा प्लस संक्रमण काफी तेजी से लोगों को गिरफ्त में लेगा। वहीं बाजार व अन्य सार्वजनिक स्थान पर भी लोग कोरोना नियम का कतई पालन नहीं कर रहे हैं। यह सब पुलिस की सख्ती नहीं बरतने के कारण हो रहा है। अगर जरा भी सख्ती बरती जाए तो लोग पहले की भांति नियमों का बखूबी पालन करेंगे।