श्रद्धा और उत्साह से मनाई वाल्मीकि की जयंती
क्षेत्र में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाई गई। हिद
बागपत, जेएनएन। क्षेत्र में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती श्रद्धा व उत्साह के साथ मनाई गई।
हिदू जागरण मंच के तत्वावधान में बुधवार को महाराणा प्रताप पब्लिक स्कूल में रामायण के रचयिता एवं संस्कृत भाषा के परम ज्ञानी आदिकवि महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए गए। वीरांगना वाहिनी की प्रांत मंत्री प्रियंका आर्य ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि ने पवित्र रामायण की रचना कर पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए धर्म का मार्ग प्रशस्त किया।
वहीं, एडवोकेट मनोज कुमार आर्य ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि विद्या और कला दोनों के सुयोग्य अधिकारी विद्वान थे। अमर ऐतिहासिक महाकाव्य वाल्मीकि रामायण के अतिरिक्त भी उन्होंने अनेक ग्रंथ की रचना की थी। इस मौके पर अमरदीप व्यास, सुमन देवी, स्वीटी, आकांक्षा, अंशु, वंशिका, दीपांशी, तान्या, पिकी, आदि मौजूद रहे। उधर, अखिल भारतीय नवयुवक संघ के तत्वावधान में मंगलवार की देर शाम को महर्षि वाल्मीकि जयंती पर भव्य जागरण कराया गया। जागरण का उद्घाटन चेयरमैन विनोद कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस मौके पर राकेश कुमार, सभासद कुलदीप कुमार, मुकेश सूद, बृजेश कुमार, मुकेश, अमर सिंह, जगमोहन, ललित, मोहित आदि मौजूद रहे।
उधर, जय सागर इंटर कालेज अमीनगर सराय में भी महर्षि वाल्मीकि की जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए गए। छात्राओं को महर्षि वाल्मीकि के जीवन से अवगत कराया गया। अनुयायियों ने धूमधाम से मनाई वाल्मीकि जयंती
क्षेत्र में वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई गई। रटौल के वाल्मीकि मंदिर में अनुयाइयों ने बुधवार सुबह हवन में आहुतियां देने के बाद भी प्रतिमा का पूजन किया। आशीर्वाद ले उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। इसके बाद भंडारे में आसपास के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। खेकड़ा के वाल्मीकि मंदिर में सुबह से ही भक्ति भजन चलते रहे। श्रद्धालुओं ने पूजन कर उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प लिया। धिकौली व गोठरा के वाल्मीकि मंदिर में भी भक्ति कार्यक्रम हुए। मंगलवार रात को दोनों ही मंदिरों में जागरण का आयोजन भी हुआ। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भक्ति भजन का रस पान किया। शीशपाल, पप्पू, जोगिदर, सोनू सूद, सुभाष, देवेंद्र अरोरा, ओमी, विकास, पप्पी, महेंद्र, ओमप्रकाश, रोहताश आदि शामिल रहे।