निजीकरण रोकने सहित कई मांगों को लेकर किया विरोध

बैंकों की देशव्यापी हड़ताल से क्षेत्र के बैकों में कामकाज ठप रहा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 10:23 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 10:23 PM (IST)
निजीकरण रोकने सहित कई मांगों को लेकर किया विरोध
निजीकरण रोकने सहित कई मांगों को लेकर किया विरोध

बागपत, जेएनएन। बैंकों की देशव्यापी हड़ताल से क्षेत्र के बैकों में कामकाज ठप रहा। बैंक के बाहर हड़ताल का बोर्ड देखकर ग्राहकों को मायूस लौटना पड़ा।

आल इंडिया बैंक एम्लाइज यूनियन के आह्वान पर तहसील क्षेत्र के सभी बैंकों में कर्मचारी हड़ताल पर रहे। शहर में बिनौली रोड पर सिडिकेट बैंक शाखा के बाहर एकत्र हुए कर्मचारियों ने बैंकों को निजी हाथों में सौंपने का विरोध किया। संयोजक विक्रम सिंह आर्य ने बताया कि सात प्रमुख मांगों के समर्थन में विरोध में देश व्यापी विरोध प्रदर्शन किया गया है। मुख्य मांगों में बैंकों का निजीकरण बंद करने, बड़े डिफाल्टर से आम जनता का धन वापिस लेने, बैंकों में भर्तियां जल्द प्रारंभ करने, लोन के नाम पर कारपोरेट्स को बैंकों के धन की लूट करने से रोकना आदि शामिल हैं। प्रदर्शन करने वालों में सचिन कुमार, आजाद सिंह राठी, अधीर कुमार, अशोक कुमार, राजेश कुमार, धीर सिंह, बलजोर सिंह, रणवीर सिंह, बाबूराम आदि शामिल रहे।

उधर, रमाला क्षेत्र के किशनपुर बराल, सूप के केनरा बैंक, बासौली, कंडेरा के पंजाब नैशनल बैंक में हड़ताल होने से करोड़ों का लेन देन ठप रहा। केनरा बैंक की शाखा प्रबंधक शारदा व बासौली बैंक के शाखा प्रबंधक विवेक कुमार ने बताया कि बैंकों के कर्मचारियों की काफी दिनों से वेतन बढ़ोतरी नहीं हुई है। बैंकों में स्टाफ की भी काफी कमी है। बैंकों की हड़ताल से 70 करोड़ का लेन-देन रहा ठप

बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक शाखाओं में हड़ताल रही तो कई में काम होता रहा। कुछ लोगों को शादी के इस सीजन में बेहद परेशानी हुई, क्योंकि बैंकों से नकदी नहीं मिली। आनलाइन ट्रांजक्शन तक नहीं हो सका।

वहीं, लोगों की एटीएम बूथों पर लाइन लगी रही लेकिन दोपहर तक 109 में आधे एटीएम में रुपये नहीं बचे थे। जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक प्रदीप बसंत कुमार थोराट ने कहा कि बागपत में 152 बैंक शाखाओं में से अनेक में काम काज प्रभावित रहा है जिससे करीब 70 करोड़ रुपये का लेनदेन ठप रहा है।

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