पूर्व विधायकों ने व्यक्त किया गहरा शोक
रालोद मुखिया अजित सिंह के निधन पर पार्टी के पूर्व विधायकों ने गहरा शोक व्यक्त किया।
बागपत, जेएनएन। रालोद मुखिया अजित सिंह के निधन पर पार्टी के पूर्व विधायकों ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अजित सिंह मसीहा थे और समय से पहले ही चले गए। इसकी क्षति पूर्ति नहीं हो सकती है।
पूर्व विधायक डाक्टर अजय तोमर का कहना है कि चौधरी अजित सिंह जैसी शख्सियत और किसान, मजदूरों के मसीहा का समय से पहले संसार को छोड़कर चले जाना एक ना मिटने वाली क्षति है, जिसकी कोई पूर्ति हो ही नहीं सकती है। वह एक बड़े सादगी वाले इंसान थे। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे।
पूर्व विधायक गजेंद्र कुमार मुन्ना का कहना है कि चौधरी साहब के निधन का दुखद समाचार सुनकर गहरा सदमा लगा है। उनके जाने से मैंने आज खुद को अनाथ महसूस किया है। क्योंकि राजनीति में मुझे चौधरी साहब ही लाए थे और मुझे अपने बच्चे की तरह रखा। उन्होंने राजनीति भी सिखाई।
पूर्व विधायक वीरपाल राठी का कहना है कि रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह किसानों के बड़े नेता थे। उनके निधन से राष्ट्र में किसान, गांव, देहात, मजदूरों को हानि हुई है, जिसे पूरा नहीं किया जा सकता है। उनके न रहने से दुखी हूं।
पूर्व विधायक डाक्टर अजय कुमार का कहना है कि अजित सिंह किसानों के मसीहा थे। वह किसानों के साथ-साथ मजदूर, व्यापारी और दूसरे वर्गों की आवाज भी उठाते थे। उनके निधन से मन काफी दुख है। यह एक बड़ी क्षति हुई है। पूर्व कृषि मंत्री सोमपाल शास्त्री ने जताया दुख
1998 के लोकसभा चुनाव में रालोद सुप्रीमो अजित सिंह को पूर्व कृषि मंत्री सोमपाल शास्त्री ने हराया था। सोमपाल शास्त्री ने अजित सिंह के निधन पर दुख जताया है।
जयंत चौधरी को भेजे शोक संदेश में उन्होंने कहा कि अजित सिंह के निधन का समाचार सुनकर हार्दिक दु:ख हआ। ग्रामीण कृषक जगत का एक और प्रकाश स्तम्भ बुझ गया। कृषक समुदाय की एक मुखर आवा•ा चली गई। मैं अपने पूरे परिवार की ओर से उन्हें हृदय से श्रद्धांजलि देता हूं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को पूर्ण शांति प्रदान करे और समस्त परिवार एवं सहयोगियों को इस क्षति को सहन करने का धैर्य दें।