फिर रेड जोन में शामिल हुआ बागपत
बागपत जेएनएन। ठंड और कोहरा बढ़ने के साथ अब वायु प्रदूषण फिर कहर बरपाने लगा है। शनि
बागपत, जेएनएन। ठंड और कोहरा बढ़ने के साथ अब वायु प्रदूषण फिर कहर बरपाने लगा है। शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 356 पर पहुंचने से बागपत फिर रेड जोन में शामिल होने से हर आम ओ खास की चिता बढ़ गई। पीएम-2.5 का स्तर 366 तथा पीएम-10 का स्तर 312 रहा है।
साफ है कि प्रदूषित हवा से लोग आंखों में जलन, गला खराब होने, एलर्जी, श्वास संबंधी दिक्कत उठा रहे
हैं। इसके बावजूद सरकारी तंत्र वायु प्रदूषण में कमी लाने को जमीन पर प्रयास नहीं कर रहा है। पानी तक का छिड़काव नहीं कराया जा रहा है। कंडम वाहनों पर रोक नहीं लग रही।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक अभियंता प्रखर कटियार ने बताया कि मुकारी गांव में जिस रंगाई की एक फैक्ट्री को बंद कराया है। परिवहन विभाग ने प्रदूषण फैला रहे पांच वाहनों का चालान किया। नगर निकाय सड़कों पर पानी का छिड़काव करा रही हैं ताकि धूल उड़ने से रोकी जा सके।
वहीं ठंड बढ़ने लग है और सुबह के वक्त कोहरा छाया रहने से वाहनों की गति धीमी रही। सुबह में लोगों को अलाव जलने पड़ रहे हैं। न्यूनतम तापमान 12 तथा अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा है।
कटान को गाजियाबाद मवेशी ले जाते तीन तस्कर गिरफ्तार
जागरण संवाददाता,बागपत : जनपद से बड़ी संख्या में कटान के लिए मवेशी दूसरे जनपदों में ले जाए जा रहे हैं। इसका एक बार फिर राजफाश हुआ। कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार रात दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर नगर में अमरावती गेट के पास मवेशियों से लदा कैंटर पकड़ा। एसआइ मानवेंद्र सिंह का कहना है कि कैंटर में क्रूरतापूर्वक 26 मवेशी लदे मिले। तीन आरोपित व्यक्ति राशिद, सुहैब व कुलदीप निवासीगण कस्बा जलालाबाद (सहारनपुर) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित मवेशियों को कटान के लिए बागपत से गाजियाबाद के डासना में लेकर जा रहे थे। आरोपितों के खिलाफ पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दे कि पुलिस पूर्व में मवेशियों को ले जाते हुए कई तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है।