12 साल से इस तालाब ने रोक रखा गांव का रास्ता
मतानत नगर गांव के लिए आजादी से पहले का तालाब आफत बना है।
बागपत, जेएनएन। मतानत नगर गांव के लिए आजादी से पहले का तालाब आफत बना है। इस तालाब ने 12 साल से एक तिहाई गांव का रास्ता रोक रखा है, क्योंकि रास्ता जलभराव और गंदी से अटा है। मंदिर जाने को काफी दूरी तय करने को मजबूर हैं। अब इस तालाब को सीएम कार्यालय के संज्ञान लेने पर पंचायत राज विभाग में खलबली मची है।
मतानत नगर गांव प्रधान जयकुमार सूबेदार ने मुख्यमंत्री से गांव के तालाब की हालत सुधारने की फरियाद की थी। प्रधान के अनुसार 21 बीघा में फैला तालाब समतल हो गया है, जिसपर समंदरी घास व झाड फूंस खड़ा है जिनमें सांप-बिच्छू और अन्य
जहरीले कीड़े हैं। पिछले साल तालाब के पास से गुरते वक्त सांप के डसने से एक युवती की मौत हो गई थी तथा एक महिला समय से इलाज मिलने से बच गई थी।
दशकों से तालाब का गंदा पानी जमींदोज होता रहा जिससे अब हैंडपंपों में प्रदूषित पानी निकलने से लोग कैंसर जैसी बीमारी की चपेट में आ रहे। मामूली बारिश होने पर तालाब का पानी बाहर निकल मकानों और घरों में घुसता है। आजादी से पहले के इस तालाब की आज तक सफाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी एनके एस चौहान ने डीएम बागपत को गांव प्रधान के शिकायत पर कार्रवाई कराने को लिखा है। युवती ने सुरक्षा की लगाई गुहार
कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की युवती ने दो अक्टूबर को खेकड़ा क्षेत्र के एक गांव निवासी युवक के साथ कोर्ट मैरिज किया था। शनिवार को युवती ने कोतवाली पर शिकायत करते हुए जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाई है। कोतवाली एसएसआई मानवेंद्र सिंह ने मामले की जांच कराकर कार्रवाई का आश्वासन दिया।