27 गांवों में होगा पेयजल परियोजनाओं का निर्माण

अब 27 गांवों के हजारों बाशिदों को पेयजल संकट और प्रदूषित पानी की मार नहीं झेलनी पड़ेगी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 06:01 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:01 PM (IST)
27 गांवों में होगा पेयजल परियोजनाओं का निर्माण
27 गांवों में होगा पेयजल परियोजनाओं का निर्माण

बागपत, जेएनएन। अब 27 गांवों के हजारों बाशिदों को पेयजल संकट और प्रदूषित पानी की मार नहीं झेलनी पड़ेगी। इन गांवों में पेयजल परियोजनाओं के निर्माण कराने के लिए जल निगम ने 79.37 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट बनाकर कर राज्य पेयजल एवं स्वच्छता समिति को भेजी है।

निर्माण करने वाली कार्यदायी संस्था ही दस साल तक पेयजल परियोजनाओं की मरम्मत और देखरेख का काम करेगी। इनका निर्माण होने से गांवों में घर-घर स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल की सप्लाई होने से लोगों की सेहत सुधरेगी।

पेयजल परियोजनाओं का निर्माण होने से बड़ा फायदा उन हजारों गरीबों को होगा, जिनकी बस्तियों में अभी तक पेयजल के लिए कोई मुकम्मल इंतजाम नहीं है। जल निगम के एक्सईएन ने सीडीओ को भेजी रिपोर्ट में 27 गांवों में पेयजल परियोजनाओं की डीपीआर तैयार होने जानकारी दी। वहीं, नौ गांवों में परियोजनाओं का निर्माण कराने को जमीन नहीं मिलने से भी अवगत कराया है। इन गांवों में होगा निर्माण

हरियाखेड़ा, शाहजहांपुर, सांकलपुट्ठी, टांडा, हेवा, चांदनहेडी, सिलाना, सुल्तानपुर हटाना,ख्वाजा नंगला, रमाला, फैजपुर निनाना, गाधी, खेड़ा इस्लामपुर, जागोश, चौबली, जलालपुर, ओसिक्का, भैड़ापुर, शाहपुर बड़ौली, अलावलपुर, जोनमाना, लोहड्डा, इदरीशपुर, विनयपुर, घिटोरा, नंगला बड़ी और घिटोरा में पेयजल परियोजनाओं का निर्माण कराने को 79.37 करोड़ रुपये की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की गई है। एक भैंस की मौत कई पशु बीमार

सरूरपुरकलां में पशुओं में खुरपका-मुंहपका बीमारी फैलने से खलबली मची है।

सुभाष नैन समेत कई ग्रामीणों ने बताया कि जगबीर सिंह की भैंस बुखार से शनिवार को दम तोड़ गई। विजयपाल, भोपाल सिंह, सुभाष नैन, अमित, राजीव तथा किशनपाल के पशुओं समेत 60 पशु खुरपका-मु्हपका बीमारी की चपेट में हैं।

इन पशुओं के मुंह से लार टपकती है और खुरों में छाले पड़े हैं। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रमेश चंद्र ने कहा कि भैंस मरने की जानकारी नहीं। हमें गांव में तैनात पशु चिकित्सक ने कोई पशु बीमार नहीं होने की सूचना दी है। फिर भी किसी कर्मी को गांव भेजकर चेक करा लेंगे। यदि कोई पशु बीमार मिला तो इलाज कराएंगे।

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