गेहूं उत्पादन में बागपत को मिला सूबे में दूसरा स्थान

पश्चिम उप्र की गन्ना बेल्ट ने गेहूं उत्पादन में धूम मचा दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 10:02 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 10:02 PM (IST)
गेहूं उत्पादन में बागपत को मिला सूबे में दूसरा स्थान
गेहूं उत्पादन में बागपत को मिला सूबे में दूसरा स्थान

बागपत, जेएनएन। पश्चिम उप्र की गन्ना बेल्ट ने गेहूं उत्पादन में धूम मचा दी। कोरोना के कहर के बावजूद सूबे में गेहूं उत्पादन में शामली को प्रथम, बागपत को दूसरा और मेरठ को तृतीय स्थान मिला है। गेहूं उत्पादन में सिरमौर रहने से किसानों के साथ कृषि विभाग में खुशी है।

अब कृषि निदेशालय ने 2020-2021 का उत्पादन की रिपोर्ट जारी की। सहारनपुर में प्रति हेक्टेयर 41.59 टन तथा कुल उत्पादन 4.66 लाख टन रहा। सोनभद्र प्रति हेक्टेयर 27.25 कुंतल से अंतिम पायदान पर है। साफ है कि सरकार के निर्देश पर कृषि विभाग का प्रयास एवं किसानों की मेहनत से बागपत समेत पश्चिम उप्र गन्ना के साथ गेहूं उत्पादन में भी सिरमौर है। प्रति हेक्टेयर उत्पादन मिला

-48.08 कुंतल जिला शामली

-45.73 कुंतल जिला बागपत

-45.66 कुंतल जिला मेरठ में

-44.04 कुंतल बुलंदशहर में

-43.35 कुंतल मुजफ्फरनगर कुल गेहूं उत्पादन मिला

-2.42 लाख मीट्रिक टन जिला शामली

-2.53 लाख मीट्रिक टन जिला बागपत

-3.64 लाख मीट्रिक टन जिला मेरठ में

-8.54 लाख मीट्रिक टन बुलंदशहर में

-3.57 लाख मीट्रिक टन मुजफ्फरनगर

------------------------

गेहूं उत्पादन में प्रदेश में बागपत को दूसरा स्थान मिलना खुशी है। अब उत्पादन में पहला स्थान पाने का प्रयास करेंगे।

-प्रशांत कुमार, कृषि उप निदेशक एक करोड़ मिले दुर्घटना बीमा : आशीष वशिष्ठ

भारतीय किसान यूनियन भानु के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष आशीष वशिष्ठ ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि किसान दूसरों का पेट भरने वाला है। उसका भारत बंद से कोई लेना देना नहीं है। उनका संगठन किसानों का सच्चा हितैषी है।

सरकार से उनकी मांग है कि बिजली बिल माफ, किसान आयोग का गठन, दस हजार रुपये भत्ता और दुर्घटना होने पर एक करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाए। उन्होंने बताया कि फिरोजाबाद में किसानों की महापंचायत होगी, जिसमें केवल किसानों के हितों पर चर्चा होगी। धर्म के आधार पर बांटने वाली इस महापंचायत में कोई बात नहीं होगी। जिले से सैकड़ों की संख्या में किसान फिरोजाबाद जाएंगे। इसके अलावा वह डीएम से मिलकर बागपत शुगर मिल की समस्या रखेंगे। दस लाख कुंतल गन्ने का ट्रांसफर अन्य मिलों को करने की मांग करेंगे, ताकि समय पर पैराई शुरू हो और समय पर समाप्त हो। किसानों का खेतों में भी गन्ना नहीं सुखेगा। इस मौके पर नाजीम प्रधान, महासचिव सुधारस चौहान, संय वर्मा, मानवेंद्र तयागी, कैलाश कुशवाह, दीपक त्यागी, अटल उपाध्याय, बाबी कश्यप मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी