अनशन से दो पंचायत सचिवों की हालत बिगड़ी
डीपीआरओ पर मंत्री तथा अधिकारियों के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाने वाले सचिवों ने धरना दिया।
बागपत, जेएनएन। डीपीआरओ पर मंत्री तथा अधिकारियों के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाने वाले पंचायत सचिवों ने शुक्रवार को विकास भवन पर धरना दिया। पांच दिन से अनशन पर पंचायत सचिव जौनी चौधरी व विकुल तोमर की शुक्रवार की शाम हालत बिगड़ गई।
ग्राम विकास अधिकारी-ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार तथा प्रेम कुमार ने कहा कि कोई भी
सरकारी चिकित्सक अनशनकारियों की सेहत की जांच करने नहीं भेजा गया। जब तक डीपीआरओ का निलंबन नहीं होगा, तब तक धरना जारी रहेगा।
भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल गुर्जर ने पंचायत सचिवों के धरने में पहुंचकर कहा कि उनकी मांग मंत्री तक पहुंचाकर कार्रवाई कराएंगे। भ्रष्टाचार सहन नहीं होगा। जिला पंचायत सदस्य सुनील आर्य तथा अनेक प्रधानों पंचायत सचिवों को समर्थन दिया। सफाई कर्मियों ने भी धरने में डीपीआरओ के खिलाफ हुंकार भरी। कृष्णपाल तोमर, सुधीर रुहेला, राकेश कुमार, रवि कुमार, भूपेंद्र, योगेश कुमार, जोगिद्र आदि मौजूद रहे। वहीं डीपीआरओ ने पंचायत सचिवों के आरोपों को झूठा बताया है। विधायक को सौंपा ज्ञापन
-ग्राम्य विकास अधिकारी-ग्राम पंचायत अधिकारी समन्वय समिति के अध्यक्ष प्रमोद कुमार के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा विधायक योगेश धामा के कार्यालय पर उन्हें ज्ञापन देकर डीपीआरओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर निलंबन कराने की मांग की। विधायक ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पैसा मांगने की वीडियो वायरल
एक एडीओ की एक ब्लाक में तीन हजार रुपये और बीस हजार रुपये मांगने तथा नहीं देने पर वेतन कटवाने की चेतावनी देने की वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रही है। हालांकि वीडियो में यह स्पष्ट नहीं हो रहा कि वह किस काम के पैसों का जिक्र कर रहे हैं। -जासं