30 हजार गन्ना किसानों ने नहीं भरा घोषणा पत्र
चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति को आनलाइन घोषणा पत्र भरना जरूरी है।
बागपत, जेएनएन। चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति को आनलाइन घोषणा पत्र भरना जरूरी है। इसके बावजूद बागपत में हजारों किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र नहीं भरा। इससे गन्ना विभाग में खलबली है। आनलाइन घोषणा पत्र नहीं भरने वाले किसानों का गन्ना सट्टा बंद हो सकता है, जिससे चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति नहीं कर पाएंगे।
किसानों को चीनी मिलों में गन्ना आपूर्ति को गन्ना विभाग की साइट पर 30 जून तक आनलाइन घोषणा पत्र भरना था। इसके बावजूद 75 फीसदी किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र भरना जरूरी नहीं समझा। बागपत गन्ना विकास परिषद के 137 गांवों के 42 हजार किसानों को घोषणा पत्र भरना था, लेकिन घोषण पत्र भरा
10356 किसानों ने। यानी 75 प्रतिशत से ज्यादा किसानों को घोषणा पत्र नहीं भरा। महज 25 प्रतिशत किसानों के आनलाइन घोषणा पत्र भरने से गन्ना विभाग तथा चीनी मिलों के अधिकारियों की नींद उड़ रही है। 20 अक्टूबर तक चीनी मिलों को हर सूरत में चालू कराना है। यदि किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र भरने में और देरी की तो गन्ना विभाग को अपनी तैयारी करने में दिक्कत होगी। इसलिए नहीं भरे घोषणापत्र
काफी किसानों के पास स्मार्ट फोन नहीं हैं। जिनके पास स्मार्ट फोन हैं, उनमें काफी किसान आनलाइन घोषणा पत्र भरना नहीं जानते हैं। सरूरपुरकलां के सुभाष नैन ने कहा कि चीनी मिलों को अपने कर्मियों को लगाकर किसानों से आनलाइन घोषणा पत्र भरवाने का काम करना चाहिए। ऐसी स्थिति
बागपत गन्ना परिषद क्षेत्र में बागपत मिल को गन्ना देने वाले किसानों में 4864 किसानों, बृजनाथपुर मिल के 181, किनौनी चीनी मिल क्षेत्र के 5018, मलकपुर मिल क्षेत्र के 104 किसानों, मोदीनगर मिल के 185 और नंगला मल चीनी मिल के चार किसानों ने आनलाइन घोषणा पत्र भरे हैं।
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-किसान आनलाइन घोषणा पत्र भरने में अब देरी न करें। घोषणा पत्र नहीं भरने पर गन्ना सट्टा बंद हो सकता है। इससे मिल को गन्ना आपूर्ति नहीं कर सकेंगे। -अनिल कुमार, ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक