किसानों को जिद्दी बना रही सरकार : नरेश टिकैत
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों का वापस न लेकर किसानों को सरकार जिद्दी बना रही है ।
बागपत, जेएनएन। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं लेकर सरकार किसानों को जिद्दी बना रही है। किसानों का जितना नुकसान वर्तमान सरकारों में हुआ उतना कभी पहले की सरकार में नहीं हुआ। कहा कि पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर महापंचायत में महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा।
टिकैत पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर की महापंचायत की तैयारी के सिलसिले में शुक्रवार शाम छह बजे
जिला पंचायत बागपत पहुंचे। किसानों ने उन्हें महापंचायत में सहयोग करने को एक लाख एक हजार रुपये दिए। टिकैत ने भाकियू तथा रालोद नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ महापंचायत की तैयारी को लेकर विचार विमर्श के बाद पत्रकारों से बात की।
टिकैत ने कहा कि महापंचायत में बागपत से किसानों की अपार भीड़ भाग लेगी। संयुक्त किसान मोर्चा के आहवान पर होने वाली महापंचायत
में महत्वपूर्ण निर्णय होगा। कहा कि भाजपा की कथनी व करनी में अंतर है। पूंजीपतियों के गोदाम पहले बन जाते हैं और कृषि कानून बाद में बनते हैं। हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की निदा करते हुए कहा कि किसानों का सिर फोड़ने की बात कहने वाला एसडीएम का कृत्य जनरल डायर जैसा है। वहीं किसानों ने किसी पर हाथ नहीं उठाया। किसान जिद्दी नहीं था लेकिन कृषि कानून वापस न लेकर सरकार किसानों को जिद्दी बना रही है।
किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। हां, प्रदेश सरकार के किसानों को रात के बजाय दिन में 10 घंटे बिजली देने की तारीफ करते हैं लेकिन बिजली मूल्य आसमान पर पहुंचा दिया। यदि किसी सियासी दल का नेता महापंचायत में आएगा तो वह नेता की हैसियत से नहीं किसान बनकर भाग ले सकेगा। रालोद जिलाध्यक्ष डा. जगपाल सिंह, भाकियू नेता चौधरी प्रताप सिंह गुर्जर, रालोद के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य सुभाष गुर्जर, भाकियू नेता राजेंद्र सिंह, चौधरी इंद्रपाल, उपेंद्र सिंह, हरेंद्र दांगी, डा. श्याम लाल, प्रधानाचार्य ओमबीर सिंह तोमर आदि मौजूद रहे।