सर्वे रिपोर्ट: रोज करोड़ों लीटर पानी बर्बाद कर रहे जनाब
डार्क जोन की मार के बावजूद हम पानी बचाने को कतई गंभीर नहीं हैं। स्वच्छ भारत मिशन फेज दो की सर्वे रपोर्ट ने चौंका दिया है क्योंकि रोजाना 7.42 करोड़ लीटर पानी गांव की नालियों में बेकार बह जाता है। अच्छी बात है कि इस पानी को सहेजने का प्लान बनाने की कवायद तेज हो गई है।
बागपत, जेएनएन। डार्क जोन की मार के बावजूद हम पानी बचाने को कतई गंभीर नहीं हैं। स्वच्छ भारत मिशन फेज दो की सर्वे रपोर्ट ने चौंका दिया है, क्योंकि रोजाना 7.42 करोड़ लीटर पानी गांव की नालियों में बेकार बह जाता है। अच्छी बात है कि इस
पानी को सहेजने का प्लान बनाने की कवायद तेज हो गई है।
दिसंबर और जनवरी में बागपत के 282 गांवों में स्वच्छाग्रहियों ने घरों से निकले वाले ग्रे वाटर का पता लगाने को 2.33 लाख से ज्यादा परिवारों में सर्वे किया। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, प्रति दिन प्रति परिवार 3186 लीटर पानी गांव की नालियों में बहा देते
हैं। साफ है कि पानी की बर्बादी में कसर नहीं छोड़ी जा रही। ऐसा तब है जब अतिदोहन से बागपत का भूजल स्तर 15 मीटर
से नीचे खिसक गया है।
थोड़ी राहत की बात यह है कि घरों से निकलने वाले इस ग्रे वाटर को लेकर सरकारी तंत्र गंभीर हुआ है। जिला समन्वयक अमित कुमार और जितेंद्र वार्मा ने बताया कि अब स्वच्छ भारत मिशन के फेज दो में गांव की नालियों में बेकार बहने वाले
पानी के निस्तारण का काम होगा। इससे भूजल रिचार्ज होने लगेगा और गांव की गलियां भी साफ रहेंगी।
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पानी के बेकार बहने का ब्योरा
ब्लाक लीटर में
बागपत 09492000
बड़ौत 19346000
बिनौली 06703000
छपरौली 14203000
खेकड़ा 13549000
पिलाना 1096000
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जहीर हसन