ईपीई पर दवा कंपनी के एमडी से लूट का प्रयास
बागपत जेएनएन। ईपीई पर लहचौड़ा के पास कार सवार बदमाशों ने दवा कंपनी के एमडी से लूट का
बागपत, जेएनएन। ईपीई पर लहचौड़ा के पास कार सवार बदमाशों ने दवा कंपनी के एमडी से लूट का प्रयास किया। किसानों के आता देखकर बदमाश भाग खड़े हुए। पुलिस मामले को लूट के बजाए कार की साइड लगने से मारपीट का होना बता रही है। नोएडा निवासी आलोक माथुर पुत्र सुरेश माथुर वीगो मेडिकल कंपनी में एमडी हैं। आलोक माथुर मंगलवार को चालक संदीप पुत्र हरिराम संग ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से होकर नोएडा से सोनीपत के राई जा रहे थे। गाजियाबाद से ईपीई पर एंट्री की, तो एक लाल रंग की स्विफ्ट कार उनका पीछा करने लगी। आरोप है कि बदमाशों के पीछा करने का आभास होने पर ड्राइवर ने कार को दौड़ाया। लहचौड़ा के पास बदमाशों ने ओवरटेक कर उनकी कार को रोक लिया। आरोप है कि कार सवार बदमाशों ने हथियार से कई वार किए। मारपीट में उनकी कार का शीशा भी तोड़ दिया। बदमाशों ने उन्हें कार से बाहर निकालकर लूट का प्रयास भी किया। शोर मचाने पर खेतों से किसानों को आता देखकर बदमाश जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। पीड़ित ने 112 कंट्रोल रूम पर घटना की जानकारी दी, लेकिन घंटा भर बदमाश भी पुलिस नहीं पहुंची। इसके बाद पीड़ित गंतव्य को चले गए। संबंध में इंस्पेक्टर ओमप्रकाश का कहना है कि दोनों कार में गाजियाबाद से एंट्री करते समय साइड लग गई थी। इस बात को लेकर दोनों पक्ष में मारपीट हुई। लूट के प्रयास का आरोप गलत है।
सावधानी हटी, दुर्घटना घटी
जागरण संवाददाता,बागपत : संभागीय परिवहन विभाग के तत्वावधान में तृतीय सड़क सुरक्षा सप्ताह के दूसरे दिन मंगलवार को एआरटीओ कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। संभागीय निरीक्षक (प्राविधिक) विनय कुमार सिंह ने बस, ट्रक, टैक्सी, आटो व ई-रिक्शा चालकों एवं यूनियनों के पदाधिकारियों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करते हुए अवगत कराया कि वर्तमान में सड़कों की हालत अच्छी होने से सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में वृद्धि हुई है, न की कमी। इसकी प्रमुख वजह वाहन को अनियंत्रित रूप से संचालित करना है। उन्होंने ट्रैफिक नियमों का पालन करने की अपील की। अनियंत्रित रूप से वाहन के संचालन करने पर ड्राइविग लाइसेंस निलंबित कर दिया जाता है। शीत ऋतु में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों की मदद करने वाले नेक इंसान को पांच हजार का पुरस्कार भी दिया जाता है।