अशोक ध्यानचंद पहुंचे जेल, बंदियों को दिए हॉकी के टिप्स
जेल बंदियों से रूबरू होकर ओलंपियन हॉकी खिलाड़ी स्व. मेजर ध्यानचंद के पुत्र अशोक ध्यानचंद बेहद गदगद हुए। म्यूजिक एलबम रिलीज होने पर बंदी बलराज को बधाइयां देने के साथ अन्य बंदियों को हॉकी के टिप्स भी दिए।
बागपत, जेएनएन : हाकी के जादूगर स्व. मेजर ध्यानचंद के पुत्र और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद जेल में बंदियों से मिलकर बेहद खुश हुए। म्यूजिक एलबम रिलीज होने पर बंदी बलराज चौधरी को बधाई और अन्य बंदियों को हॉकी के टिप्स दिए।
बागपत जेल में सुधार की प्रक्रिया जारी है। यहां के बंदियों ने कई उपकरण बनाए हैं। गत दिनों दिल्ली में आयुष मंत्री ने बंदी बलराज की म्यूजिक एलबम 'बंदिश' को रिलीज किया था। शुक्रवार को स्व. मेजर ध्यानचंद के बेटे हॉकी ओलंपियन व अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद जेल में पहुंचे। एलबम बनाने वाले बंदी बलराज चौधरी को बधाई दी। अन्य बंदियों से भी बलराज से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने को कहा।
इसके बाद अशोक ध्यानचंद ने बंदियों को मैदान में हॉकी की बारीकियां सिखाईं। अपने जीवन के अनुभवों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि जेल में रहकर भी बंदी अपनी छिपी प्रतिभा को निखार सकते हैं। उन्हें यह नहीं मानना चाहिए कि जेल में आकर उन पर दाग लग गया है। जेल में रहकर भी वह बुराइयों से दूर रहकर खुद को बेहतर बना सकते हैं। इस दौरान उन्होंने बंदियों को गाना भी सुनाया।
जेल अधीक्षक सुरेश सिंह, जेलर आकाश शर्मा, डिप्टी जेलर रविद्र कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप रघुनंदन, डीपीएस वर्ल्ड स्कूल प्रबंधक आरके त्यागी आदि मौजूद रहे।