नौ साल में अंकित बन गया जरायम का 'बाबा'

कुख्यात अंकित ने नौ साल पूर्व जरायम की दुनिया में कदम रखा था।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 11:46 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 11:46 PM (IST)
नौ साल में अंकित बन गया जरायम का 'बाबा'
नौ साल में अंकित बन गया जरायम का 'बाबा'

बागपत, जेएनएन। कुख्यात अंकित ने नौ साल पूर्व जरायम की दुनिया में कदम रखा था। उसने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में ताबड़तोड़ वारदातें की। इन नौ सालों में वह अंकित उर्फ बाबा बन गया।

खैला गांव निवासी अंकित अविवाहित था। उसका बड़ा भाई अंकुर और छोटा भाई रोबिन व बहन शिवानी हैं। पुलिस रिकार्ड के मुताबिक अंकित ने वर्ष 2012 में गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र में हत्या की वारदात के बाद जरायम की दुनिया में कदम रखा था। फिर उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसी साल उसने गाजियाबाद के मुरादनगर व गौतमबुद्धनगर जिले के बादलपुर थाना क्षेत्र में एक-एक हत्या कर पुलिस को चुनौती दी। वर्ष 2015 में दिल्ली के सोनिया विहार थाना क्षेत्र में अपहरण एवं हत्या की वारदात की। दिल्ली के साकेत थाना क्षेत्र में हत्या कर उसने दिल्ली पुलिस की पेशानी पर बल डाल दिए थे। वर्ष 2019 में तो एक के बाद एक कई वारदातों को उसने अंजाम दिया। खैला गांव में प्रधानी चुनाव में विनोद की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या की थी। गौतमबुद्धनगर के फेस-3 थाना क्षेत्र में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर अपहरण की वारदात की। गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में लूट की थी। चांदीनगर थाना पुलिस ने 2021 में उसके व उसके साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की। अंकित के खिलाफ हत्या, जानलेवा हमला, अपहरण, रंगदारी समेत विभिन्न धाराओं के 16 मुकदमें दर्ज थे। वह सवा लाख का इनामी रह चुका था। हुलिया बदलकर बागपत में घूमता था अंकित

अंकित ने लंबे समय तक बागपत को छोड़कर दूसरे स्थानों पर अपराध किया। विनोद की हत्या के बाद ही अंकित बागपत में सुर्खियों में आया था। उसने दाढ़ी बढ़ाकर अपना हुलिया बदल लिया था, ताकि कोई पहचान न पाए। वह अपने गांव ही नहीं क्षेत्र में घूमकर आसानी से चला जाता था, लेकिन बागपत पुलिस को भनक तक नहीं लगती थी। तीन बार पुलिस के हत्थे चढ़ा था अंकित

अंकित को सबसे पहले खेकड़ा थाना पुलिस ने वर्ष 2012 में गिरफ्तार किया था। गाजियाबाद की इंदिरापुरम थाना ने वर्ष 2013 में पकड़ा। वर्ष 2020 में दिल्ली के लोधी थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। अंकित की मौत से गांव खैला में पसरा सन्नाटा

तिहाड़ जेल में गैंगस्टर अंकित उर्फ बाबा की मौत के बाद गांव खैला में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। घटना की जानकारी लेने के लिए ग्रामीण अंकित के घर जमा हुए रहे। वहीं शाम तक भी स्वजन दिल्ली से नहीं लौटे थे।

अंकित गुर्जर उर्फ बाबा की तिहाड़ जेल में गैंगवार में मौत होने की खबर बुधवार की सुबह गांव खैला में पहुंची, तो स्वजन में कोहराम व गांव में शोक छा गया। स्वजन तुरंत ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। घटना की सही जानकारी लेने के लिए सुबह से ही अंकित के घर ग्रामीणों की भीड़ रही। ग्रामीणों ने भी मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की।

chat bot
आपका साथी