पशु अस्पतालों का होगा कायाकल्प
जिला मुख्यालय बागपत के पशु अस्पताल को साठ साल पुराने जर्जर भवन से जल्द मुक्ति मिलेगी। शासन ने बागपत समेत सूबे के 71 पशु अस्पतालों के भवनों का निर्माण के लिए कार्यदायी संस्थाओं को नामित कर दिया है।
बागपत, टीम जागरण। जिला मुख्यालय बागपत के पशु अस्पताल को साठ साल पुराने जर्जर भवन से जल्द मुक्ति मिलेगी। शासन ने बागपत समेत सूबे के 71 पशु अस्पतालों के भवनों का निर्माण के लिए कार्यदायी संस्थाओं को नामित कर दिया है।
बागपत ब्लाक परिसर स्थित पशु अस्पताल का भवन का काफी हिस्सा जर्जर है। इसका निर्माण कराने का जिम्मा उप्र प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड को दिया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रमेश चंद ने बताया कि इसके निर्माण पर 40 लाख रुपये से ज्यादा का खर्चा आएगा।
पशु अस्पताल के भवन का निर्माण होने से बागपत ब्लाक के 44 गांवों के हजारों पशु पालकों को सुविधा होगी। बिजनौर के बदापुर, बस्ता, बुलंदशहर के चोला और तौली, सहारनपुर के फतेहपुर, गंगोह, ननौता, पहसू, सुन्हेटी खदखदी के पशु अस्पतालों के भवनों के निर्माण कराने को कार्यदायी संस्था नामित की गई है।
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बिनौली के अस्पताल को 20 लाख
-मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. रमेश चंद्र ने बताया कि बिनौली में पशु अस्पताल का निर्माण चल रहा है। अब शासन ने दूसरी किस्त के 20 लाख रुपये उपलब्ध कराए हैं।
दो साल से जंग खा रही ब्लाक परिसर में रखीं ट्राइसाइकिल
दिव्यांगजनों को दी जाने वाली आधा दर्जन ट्राइसाइकिल ब्लाक परिसर में रखी जंग खा रही हैं। पात्रों को खोजकर इनका वितरण कराने के बजाए अधिकारी उपस्थिति रजिस्टर में हाजिरी लगाने तक ही सीमित हैं।
ब्लाक परिसर में करीब दो वर्ष पूर्व दिव्यांगजन कल्याण विभाग द्वारा लगाए गए शिविर में स्थानीय विधायक सहेंद्र सिंह एवं अधिकारियों ने पूर्व में चिहित किए गए पात्र दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, व्हील चेयर, कैलिपर्स एवं अन्य उपकरण वितरित किए थे। उस समय कुछ दिव्यांगों के नहीं पहुंचने से आधा दर्जन ट्राइसाइकिल वितरित नहीं हो पाई थीं। तब से ही ये ट्राइसाइकिल बीडीओ आवास में पड़ी जंग खा रही हैं। अधिकारियों को इनकी कोई सुध नहीं है। हालात ऐसे ही रहे तो ये जल्द ही कबाड़ में तब्दील हो जाएंगी। बीडीओ राजीव शर्मा का कहना है कि दिव्यांगजन कल्याण विभाग से जानकारी लेकर ट्राइसाइकिल का पात्रों को वितरण कराया जाएगा।