किसानों के दिलों में हमेशा जिदा रहेंगे चौधरी साहब
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के बाद किसान चौधरी अजित सिंह को ही अपना नेता मानते हैं।
बागपत, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह के बाद किसान चौधरी अजित सिंह को ही अपना नेता मानते थे। खासकर बुजुर्ग किसानों के दिलों में कोई मसीहा था, तो वह चौधरी अजित सिंह ही थे। यदि कोई अजित सिंह के खिलाफ एक भी शब्द बोल देता था, तो बुजुर्ग उसका पुरजोर विरोध करते थे। उधर, जब भी चौधरी अजित सिंह बागपत आते थे, तो बुजुर्ग किसानों का आशीर्वाद लिए बिना नहीं रहते थे। बुजुर्ग किसान युवाओं से भी कहते रहे हैं कि किसानों की बात कोई सुनने वाला है तो वह चौधरी अजित सिंह ही हैं।
छपरौली कस्बा पट्टी धंधान रणवीर सिंह ने बताया कि चौधरी अजित सिंह बहुत याद आएंगे। वह हमेशा किसानों की समस्याओं को उठाते थे और उनका समाधान भी करते थे। उन्हें भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने किसान, मजदूर और व्यापारी की लड़ाइयां लड़ी है। उनकी छवि ईमानदार नेताओं वाली रही है कभी उन पर कोई आरोप नहीं लगा। अंगदपुर गांव के चौधरी सरदार सिंह ने बताया कि देश में पार्टियों और नेताओं की कमी नहीं है, लेकिन अजित सिंह जैसी शख्सियत होना मुश्किल है। वह किसानों के सच्चे हितैषी थे। यही कारण है कि चौधरी अजित सिंह किसानों के दिलों में हमेशा जिदा रहेंगे। बरनावा गांव के धनपाल बैंसला ने बताया कि रालोद मुखिया अजित सिंह अच्छी छवि के नेता थे, उनसे बागपत के बुजुर्गों को खास लगाव था। चौधरी चरण सिंह के बाद किसान अजित सिंह को अपना मसीहा मानते थे। छपरौली कस्बा धनकौशिया पट्टी के रहने वाले योगेंद्र सिंह बताया कि अजित सिंह चले गए, लेकिन उनकी यादें हमेशा किसानों के दिलों में रहेंगी। अजित सिंह को भुलाया नहीं जा सकता। वह आते थे तो बुजुर्गों का आशीर्वाद लिए बिना नहीं रहते थे।