कोरोना से बचाव को 4099 ने लगवाई वैक्सीन

कोरोना का प्रकोप तेज हो गया है। कोरोना से बचाव के लिए लोग कोरोनारोधी टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। सीएमओ डा. आरके टंडन ने बताया कि 60 सत्रों में टीकाकरण हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 11:36 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 11:36 PM (IST)
कोरोना से बचाव को 4099 ने लगवाई वैक्सीन
कोरोना से बचाव को 4099 ने लगवाई वैक्सीन

बागपत, जागरण टीम। कोरोना का प्रकोप तेज हो गया है। कोरोना से बचाव के लिए लोग कोरोनारोधी टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंच रहे हैं। सीएमओ डा. आरके टंडन ने बताया कि 60 सत्रों में टीकाकरण हुआ है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लक्ष्य के सापेक्ष लोगों को सत्रों में बुलाकर टीका लगाया गया। बागपत सीएचसी के क्षेत्र में 755, बड़ौत सीएचसी में 900, बिनौली सीएचसी में 820, छपरौली सीएचसी में 650, खेकड़ा सीएचसी में 442 और पिलाना सीएचसी में 532 को टीकाकरण किया गया है। लोगों से अपील की गई है कि ज्यादा संख्या में पहुंचकर केंद्रों पर कोरोनारोधी टीका लगवाकर खुद को सुरक्षित करें। सबमर्सिबल पंप पर पानी भरने के विवाद में घर में घुसकर महिला से अश्लील हरकत की गई। उसके मुंह व नाक पर काटकर दुपट्टे से गला घोंटा गया। उसकी किसी तरह जान बची।

जागरण संवाददाता, बागपत: कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ बढ़ रहा है। वायरस लोगों को बीमार बनाता जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग भी अपनी व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाने की जुट गया है। सरूरपुर कलां गांव की सीएचसी को कोविड-19 अस्पताल के रूप में तैयार किया जा रहा है। 75 बेड का यह एल-2 अस्पताल होगा। गंभीर मरीजों के लिए यहां वेंटिलेटर की व्यवस्था रहेगी।

जिले में कोरोना वायरस पर काबू पाने में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के भी पसीने छूट गए हैं। खेकड़ा का कोविड-19 अस्पताल 60 बेड का है, जो फुल होता जा रहा है। संक्रमण की रफ्तार तेजी के साथ फैल रही है। वायरस बेकाबू हो गया है। बढ़े हुए कोरोना के संक्रमण को देखते हुए डीएम राजकमल यादव के निर्देश पर सरूरपुर सीएचसी को कोविड-19 अस्पताल के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। यहां पर अन्य मरीजों का उपचार नहीं होगा। सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।

डिप्टी सीएमओ डा. यशवीर सिंह ने बताया कि सरूरपुर सीएचसी को डीएम के निर्देश पर एल-टू अस्पताल बनाया जा रहा है। यहां पूरे डाक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए जाएंगे। वेंटिलेटर की व्यवस्था भी रखी जाएगी। एक-दो दिन में इसे संचालित कर दिया जाएगा।

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