लापता हो गए 12 हजार आयुष्मान के लाभार्थी

जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 12 हजार लाभार्थी लापता हैं। स्वास्थ्य विभाग को आस है कि एक न एक दिन ये लाभार्थी आवेदन जरूर करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 07:10 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 07:10 PM (IST)
लापता हो गए 12 हजार आयुष्मान के लाभार्थी
लापता हो गए 12 हजार आयुष्मान के लाभार्थी

बागपत, जेएनएन: जिले में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 12 हजार लाभार्थी लापता हैं, जिनका आज तक पता नहीं चला। अभी विभाग को आस है कि ये मिल जाएंगे। हो सकता है वे दूसरे राज्यों में जाकर बस गए हों।

आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना सितंबर 2018 में शुभारंभ हुआ था। वर्ष 2011 की आर्थिक जनगणना के आधार पर 44973 लाभार्थियों का चयन किया गया था। आर्थिक जनगणना के आधार पर ऐसे लोगों का भी डाटा ले लिया गया, जो जिले में रहते ही नहीं हैं। ऐसा भी अनुमान लगाया गया है, इनमें कुछ लोग दिवंगत भी हो चुके हैं। बड़ी संख्या में लाभार्थी विभाग के रिकार्ड में योजना में दम भर रहे हैं। इस उम्मीद पर ये आंकड़े में जिदा रखे गए हैं कि कहीं ये लोग दूसरे जिले या राज्यों में निवास न करने लगे हों। वहां उन्होंने गोल्डन कार्ड के लिए आवेदन किया तो उनकी काउंटिग बागपत के खाते में ही जाएगी। अब विभाग आस लगाए बैठा है कि ये आवेदन करें और आंकड़ा बढ़े।

योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक डा. कपिल सरोहा ने बताया कि 12 हजार लाभार्थी विभाग के रिकार्ड में तब तक चलेंगे, जब तक शासन से यह आदेश नहीं आएगा कि इनके बदले दूसरों का आवेदन करा दिया जाए।

-----------

अभी तक की कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग की ओर से गोल्डन कार्ड बनाकर 26243 परिवारों को कवर किया जा चुका हैं। इन परिवार के 84930 लोगों के गोल्डन कार्ड भी तक बनाए जा चुके हैं, इसी कारण बागपत प्रदेश में अव्वल है। 3970 लोग गंभीर बीमारियों का इलाज करा चुके हैं, जिनमें करोड़ों का खर्च हुआ है। अब 18548 गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य हैं, इसके लिए 26 से पखवाड़ा चलेगा।

----------

72 ग्राम पंचायतों में कम

बने हैं गोल्डन कार्ड

--72 ग्राम पंचायत व पांच नगरीय क्षेत्र गोल्डन कार्ड बनाने में पिछड़ रहे हैं। यहां पर पखवाड़े में यहां विशेष फोकस करके ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों के गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे।

chat bot
आपका साथी