जान आपकी, हेलमेट जरूर लगाएं
मानव शरीर में सिर को बॉडी का सर्वर माना जाता है। सिर में जरा सी चोट जानलेवा हो सकती है।
बदायूं : मानव शरीर में सिर को बॉडी का सर्वर माना जाता है। सिर में जरा सी चोट जानलेवा हो सकती है या फिर पागल बना सकती है। बाइक चलाते समय अगर सिर जमीन पर या फिर किसी भी चीज से टकरा जाए तो गंभीर परिणाम होंगे। इसका कारण है कि यातायात नियम में बाइक चलाते समय हेलमेट पहनने अनिवार्य किया गया है। हेलमेट भी आइएसआइ मार्का (ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड) से पास होना चाहिए। लोकल हेलमेट दुर्घटना के समय मौत का कारण बन जाते हैं। चार पहिया वाहन में बच्चों को कभी भी आगे नहीं बिठाना चाहिए। उन्हें सीट बेल्ट पहना नहीं सकते और ब्रेक लगाने पर वह सीट के नीचे गिर सकते हैं या फिर डेस्क बोर्ड से टकराकर चोटिल हो सकते हैं।
हेलमेट न पहनने की वजह से हर रोज सैकड़ों काल के गाल में समा जाते हैं। शरीर में कहीं और चोट लग जाए तो इतना ज्यादा खतरा नहीं होता, जबकि सिर की चोट से शरीर को हर प्रकार का नुकसान हो सकता है। जरा सी चोट मौत का कारण बन सकती है या ¨जदगी भर दौरे पड़ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि बाइक चलाते समय आइएसआइ मार्का हेलमेट पहनना जरूरी है। हेलमेट खरीदते समय आइएसआइ मार्क जरूर देखें। भारत सरकार की आइएसआइ टीम हेलमेट को चेक करने के बाद ही जारी करती है। बाजार में कंपनी के हेलमेट की कीमत तकरीबन नौ रूपये से शुरू हो जाती है। यह हेलमेट सड़क दुर्घटना के समय मुड़ता नहीं है। बड़ा वाहन भी ऊपर से गुजर जाए तो ज्यादातर फर्क नहीं पड़ता। जबकि लोकल हेलमेट सौ रूपये से शुरू हो जाते हैं। वह सिर्फ चालान बचाने के काम आते हैं। दुर्घटना होने के समय हेलमेट के टुकड़े हो जाते हैं जो सिर में घुसने का खतरा रहता है। बच्चों का सिर ज्यादा नाजुक होता है, इसलिए उन्हें भी हेलमेट पहनाकर बाइक पर बिठाएं।
युवाओं से बात : फोटो 11 बीडीएन 26
सड़क् पर चलते समय हमेशा यातायात नियमों का ध्यान रखना चाहिए। खुद की जान के अलावा सामने वाले की जान भी सलामत रहती है। सीट बेल्ट जरूर लगाएं।
- ध्रुवदेव गुप्ता फोटो 11 बीडीएन 27
एक बार बाइक का एक्सीलेरेटर देने से पहले ¨जदगी के बारे में सोच लें। एक छोटी सी गलती सी जीवन बर्बाद हो सकता है। सिर की चोट बचाने को हेलमेट पहनें।
- गजेंद्र प्रताप ¨सह फोटो 11 बीडीएन 28
अभियान चलाकर लोगों को यातायात के नियमों का पालन करने की सीख दी जाती है। जिसके बाद भी न सुधरने पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
- पुष्पेंद्र मिश्रा फोटो 11 बीडीएन 29
परिवार वालों को भी सोचना चाहिए कि घर से कोई अगर बाइक लेकर निकले तो उसके हाथों में हेलमेट पकड़ा दें। हर कोई अपनी जिम्मेदारी समझे तो दुर्घटनाएं नहीं होंगी।
- राजू सक्सेना