बदायूं में गंगा में बढ़ा पानी, तटवर्ती गांवों पर बाढ़ का खतरा
पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश से नरौरा बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। इससे गंगा में शनिवार को अचानक से जलस्तर बढ़ गया। कछला गंगा घाट पर प्रसाद की बिक्री की बनी झोपड़ियां तक जलमग्न हो गई है। नदी में पानी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इससे गंगा के तटवर्ती गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
बदायूं, जेएनएन : पहाड़ों पर हो रही भारी बारिश से नरौरा बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। इससे गंगा में शनिवार को अचानक से जलस्तर बढ़ गया। कछला गंगा घाट पर प्रसाद की बिक्री की बनी झोपड़ियां तक जलमग्न हो गई है। नदी में पानी और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इससे गंगा के तटवर्ती गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जिला प्रशासन के अफसरों ने राजस्व विभाग व बाढ़ खंड के अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
गंगा के जलस्तर में वृद्धि पिछले कई दिनों से हो रही थी। नरौरा बैराज से एक लाख 13 हजार व हरिद्वार बैराज से तीन लाख 87 हजार 544 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे शनिवार दोपहर अचानक पानी बढ़ गया। स्नान घाट पर श्रद्धालु तो नहीं थे। लेकिन, प्रसाद की बिक्री को लगी झोपड़ियां भी दुकानदारों को हटाने का समय नहीं मिला। वह अपनी झोपड़ियां व तख्त हटाने की कोशिश करते रहे गए। इससे वह पहले वहां पानी भर गया। हरिद्वार बैराज से छोड़ा पानी दो दिन बाद कछला गंगा में पहुंचेगा। इससे गंगा में पानी बढ़ने से कछला, कादरचौक, उसहैत, सहसवान क्षेत्र के तटवर्ती गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। शेखूपुर क्षेत्र में भुंडी बांध का निर्माण कराया जा रहा है। आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप व शेखूपुर विधायक धर्मेंद्र शाक्य ने तीन दिन पहले निर्माणाधीन बांध का निरीक्षण कर तेजी काम कराकर पूर्ण कराने के निर्देश दिए थे। उसहैत क्षेत्र के गांव संवेदनशील हैं, यहां पर बाढ़ खंड के अधिकारी निगरानी कर रहे हैं। वर्जन ::
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ा है। लेकिन, अभी बाढ़ की स्थिति नहीं है। बाढ़ से बचाव के लिए सभी बाढ़ चौकियों को क्रियाशील करा दिया है। सदर, सहसवान और दातागंज तहसील के अफसरों को भी सतर्क किया है।
- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त