नगला गांव में रहा सन्नाटा, कोर्ट जाएंगे किसान
नगला गांव के किसानों की 87.60 बीघा जमीन पर आवास विकास को कब्जा दिलाने के बाद दूसरे दिन गांव के हालात सामान्य रहे। ग्रामीण अपनी नियमित की गतिविधियों में व्यस्त रहे। खुलकर तो कोई कुछ नहीं बोल रहा था लेकिन कुछ किसान आपस में चर्चा जरूर कर रहे थे कि अब कोर्ट की शरण में जाएंगे।
जागरण संवाददाता, बदायूं : नगला गांव के किसानों की 87.60 बीघा जमीन पर आवास विकास को कब्जा दिलाने के बाद दूसरे दिन गांव के हालात सामान्य रहे। ग्रामीण अपनी नियमित की गतिविधियों में व्यस्त रहे। खुलकर तो कोई कुछ नहीं बोल रहा था, लेकिन कुछ किसान आपस में चर्चा जरूर कर रहे थे कि अब कोर्ट की शरण में जाएंगे।
आवास विकास और नगला गांव के किसानों के बीच वर्षों से भूमि विवाद चला आ रहा था। बीते मंगलवार को पुलिस और पीएसी के घेरे में जेसीबी और ट्रैक्टर चलवाकर अधिग्रहित किसानों की 87.60 एकड़ जमीन पर आवास विकास को कब्जा दिलवाया गया। एसपी सिटी और एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में घंटों कार्रवाई चली। परिषद के बरेली और बदायूं समेत मंडल के चारों जिलों के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस दौरान कुछ किसानों ने विरोध भी किया, लेकिन उनकी एक नहीं चलने दी गई। कुछ किसानों का कहना है कि उन लोगों ने अभी तक जमीन का मुआवजा ही नहीं लिया है और उनका मामला भी कोर्ट में लंबित है। इसलिए वह अदालत तक मामले को ले जाएंगे। आवास विकास परिषद का कब्जा हो जाने के बाद बुधवार को गांव के हालात सामान्य रहे। किसान अपनी रोजमर्रा के कार्यों में व्यस्त दिखे। कुछ जगह यह चर्चा जरूर हो रही थी कि पीड़ित किसान कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।