बदायूं के आसफपुर में बेसहारा पशुओं के उत्पात से ग्रामीण परेशान
ब्लाक में गोवंश की बढ़ती संख्या और उत्पात से किसान परेशान है। बेसहारा पशु किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। फसल की रखवाली करने पर भी पशुओं के झुंड खेत में घुस जाते हैं। फिर भगाने के प्रयास में कई बार किसानों पर आक्रामक हो जाते हैं। इससे ग्रामीण घायल हो जाते हैं।
आसफपुर (बदायूं), जेएनएन : ब्लाक में गोवंश की बढ़ती संख्या और उत्पात से किसान परेशान है। बेसहारा पशु किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। फसल की रखवाली करने पर भी पशुओं के झुंड खेत में घुस जाते हैं। फिर भगाने के प्रयास में कई बार किसानों पर आक्रामक हो जाते हैं। इससे ग्रामीण घायल हो जाते हैं।
आसफपुर में ग्रामीणों की मांग पर गांव में गोशाला निर्माण की कार्ययोजना बनी। लेकिन, गोशाला नहीं बनी। प्रधान शिवजीत ने फिर से गोशाला बनवाने की योजना पर काम शुरू किया। लेकिन, विवादित भूमि के चयन से यह किसी और के नाम आवंटित होने की प्रक्रिया में है। मामला चकबंदी न्यायालय में विचाराधीन है। जबकि ग्राम पंचायत में 200 बीघा से अधिक सरकारी भूमि गैर विवादित है। अब उस व्यक्ति ने मामले को न्यायालय में विचाराधीन बता ग्राम प्रधान समेत सचिव, लेखपाल और रोजगार सेवक को नोटिस जारी करवाए। तब जाकर मामला उजागर हुआ। इससे अब फिर गोशाला बनने का मामला अधर में लटकता दिख रहा है। किसान पप्पू, उमेश, वीरेंद्र, अरविद आदि का कहना है कि गांव में बेसहारा पशुओं के आतंक से उनका कृषि कार्य से मन उखड़ने लगा, क्योंकि यह पशु खेतों में लगी फसल को मिनटों उजाड़ देते हैं। फोटो 20 बीडीएन 6
खेत में दिनरात रखवाली करते हैं। फिर भी पशु फसलों को नष्ट कर रहे हैं। भगाने पर आक्रामक हो जाते हैं।
नीटू यादव, फोटो 20 बीडीएन 7
एक घंटे को भी खेत खाली नहीं छोड़े सकते। बेसहारा पशु महीनों की मेहनत एक घंटे में नष्ट कर देते हैं।
राकेश फोटो 20 बीडीएन 8
गांव में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ गई है। यह खेतों में खड़ी फसल को नष्ट कर देते हैं।
वीरपाल यादव फोटो 20 बीडीएन 9
गांव में गोशाला नहीं है। इससे बेसहारा पशु खेतों में घूमते रहते हैं। भगाने पर हमलावर हो जाते हैं।
कमल मौर्य