महिलाओं के हकों की रक्षा करेगा तीन तलाक बिल
लोकसभा के बाद मंगलवार को राज्यसभा में बिल पास होने पर बुद्धिजीवियों ने खुशी जताई है।
बोले बुद्धिजीवी
लोकसभा के बाद मंगलवार को राज्यसभा में बिल पास होने पर जताई खुशी
- अब बेवजह महिलाओं का शोषण और उत्पीड़न नहीं किया जा सकेगा जागरण संवाददाता, बदायूं : लोकसभा में तीन तलाक बिल पहले ही पास हो चुका था, अब राज्यसभा में भी यह बिल पास हो गया है। इसकी सराहना की जा रही है। बुद्धिजीवियों का कहना है कि यह बिल महिलाओं को अधिकारों की रक्षा करेगा। बेवजह उनका शोषण और उत्पीड़न नहीं किया जा सकेगा। यह बिल पास होने से महिलाओं में खासा उत्साह दिखाई दिया। फोटो 30 बीडीएन 34
आए दिन सुनने में तीन तलाक के नाम पर महिलाओं के उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही थीं। मोदी सरकार ने सकारात्मक कदम उठाते हुए महिलाओं का उत्पीड़न रोकने के लिए तीन तलाक बिल लोकसभा में पहले ही पास कर दिया था। अब राज्यसभा ने भी अपनी मंजूरी देकर सराहनीय काम किया है। निश्चित रूप से इससे महिला उत्पीड़न रुकेगा।
- डॉ.विष्णु प्रकाश मिश्र, पूर्व प्रधानाचार्य फोटो 30 बीडीएन 35
तीन तलाक बिल को कानूनी जामा पहनाकर राज्यसभा ने प्रशंसनीय ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जो बदलते भारत की तस्वीर को दर्शा रहा है। राज्यसभा द्वारा देशहित में ऐसे सकारात्मक निर्णय भविष्य में भी लिए जाते रहेंगे, यह अपेक्षा हर वर्ग के प्रबुद्धजनों की होगी।
- अशोक खुराना, प्रांतीय संरक्षक संस्कार भारती फोटो 30 बीडीएन 36
बरेली समेत देशभर में तीन तलाक के नाम पर उत्पीड़न के कई मामले सामने आ चुके हैं। केंद्र सरकार ने तीन तलाक का कानून बनाकर सराहनीय कार्य किया है। इससे मुस्लिम महिलाओं का अनावश्यक उत्पीड़न नहीं होने पाएगा। उनके हकों की रक्षा होगी।
- डॉ.निशि अवस्थी, प्रवक्ता फोटो 30 बीडीएन 37
तीन तलाक के नाम पर उत्पीड़न की घटनाएं रोकने के लिए राज्यसभा का तीन तलाक बिल को पास करना सराहनीय कदम है। मुस्लिम महिलाओं के लिए यह कानून बड़ा हथियार होगा। अब पुरूष समाज तीन तलाक के नाम पर उनका उत्पीड़न नहीं कर सकेगा।
- आशा गुप्ता, समाजसेविका