जटा और प्रेमी नगला के ग्रामीणों की बढ़ी दुश्वारियां

बदायूं जेएनएन गंगा में आई बाढ़ से उसहैत और सहसवान क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। चारों तरफ पानी से घिर चुके जटा और प्रेमी नगला के ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। हालांकि अभी ग्रामीण गांव छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं हैं। गांव के कुछ हिस्सों में पानी पहुंच चुका है नाव से ही उनका आवागमन हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Aug 2021 12:09 AM (IST) Updated:Tue, 03 Aug 2021 12:09 AM (IST)
जटा और प्रेमी नगला के ग्रामीणों की बढ़ी दुश्वारियां
जटा और प्रेमी नगला के ग्रामीणों की बढ़ी दुश्वारियां

बदायूं, जेएनएन : गंगा में आई बाढ़ से उसहैत और सहसवान क्षेत्र के दर्जनभर से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। चारों तरफ पानी से घिर चुके जटा और प्रेमी नगला के ग्रामीणों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। हालांकि अभी ग्रामीण गांव छोड़कर जाने के लिए तैयार नहीं हैं। गांव के कुछ हिस्सों में पानी पहुंच चुका है, नाव से ही उनका आवागमन हो रहा है। अहमद नगर बछौरा, असमया रफतपुर में कटान तो रुक गया है, लेकिन अभी खतरा बना हुआ है। नरौरा बैराज से नदी में पानी छोड़ने का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। एक लाख 42 हजार 352 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। कछला में मीटर गेज बढकर 162.50 मीटर पर बना हुआ है। जलस्तर तो स्थिर है, लेकिन पानी और बढ़ता है तो मुश्किलें बढ़ जाएंगी। संसू, उसहैत : गंगा में आई बाढ़ से क्षेत्र के दर्जनभर गांव प्रभावित हुए हैं। अहमदनगर बछौरा में चल रहा कटान धीमा हुआ है, लेकिन खतरा अभी बना हुआ है। असमया रफतपुर में भी कटान की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है। राजस्व विभाग के अधिकारी बाढ़ प्रभावित गांवों का जायजा लेकर कटान रोकने की कोशिश में जुटे हुए हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत मवेशियों को चारा जुटाने में करनी पड़ रही है। बसौलिया के पास कृषि भूमि को काट रहीं गंगा की लहरें

संस, सहसवान : सोमवार को भी नरौरा बैराज से गंगा में पानी छोड़ने का सिलसिला जारी रहा। इसके चलते गंगा का जलस्तर अभी भी बढा हुआ है और क्षेत्र में जलभराव की स्थिति बनी हुई है। इधर, जलस्तर बढ़े होने के बावजूद गंगा ने बसौलिया गांव के पास कृषि भूमि का कटान शुरू कर दिया है। हालांकि यहां कटान स्थल की दूरी गंगा महावा बांध से करीब दो सौ मीटर बनी हुई है। आशंका जताई जा रही है कि यदि जलस्तर घटने बढने की दशा में गंगा ने तेजी से कटान किया तो गंगा महावा बांध को भी खतरा हो सकता है। बाढ खंड इस संभावना से इंकार कर रहा है। डूब क्षेत्र में स्थित वीर सहाय नगला, भमरौलिया, परशुराम नगला, खागी नगला आदि गांव बाढ के पानी से घिरे हुए हैं। बिजनौर और हरिद्धार से गंगा में छोडे जाने वाले पानी की मात्रा में मामूली गिरावट आने से अंदाजा लगाया जा रहा है। वर्जन ::

सहसवान तहसील क्षेत्र में गंगा में पानी कम हुआ है। दातागंज तहसील क्षेत्र में उसहैत क्षेत्र के कुछ गांव पानी से घिर गए हैं, वहां नाव लगवा दी गई है। अभी तक कोई गांव खाली नहीं हुआ है, गांव के बाहर तो पानी है, लेकिन गांव में पानी नहीं पहुंचा है। अहमद नगर बछौरा और असमया रफतपुर में कटान रोकने के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दोनों तहसीलों में एसडीएम और तहसीलदार निगरानी कर रहे हैं।

- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम वित्त

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