मरीजों के उपचार की व्यवस्था बनाने में जुटी टीम-9
कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या बढ़ी तो व्यवस्था ध्वस्त हो गईं। शासन की तर्ज पर जिले में भी टीम-9 का गठन हुआ है। अफसरों की अलग-अलग टीमें बनाकर जिम्मेदारी सौंपी गई। अफसरों कों चिकित्सा व्यवस्था से लेकर गांवों में मरीजों का सर्वे सफाई और सैनिटाइजेशन कराने के साथ गेहूं खरीद तक का दायित्व सौंपा है।
बदायूं, जेएनएन : कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों की संख्या बढ़ी तो व्यवस्था ध्वस्त हो गईं। शासन की तर्ज पर जिले में भी टीम-9 का गठन हुआ है। अफसरों की अलग-अलग टीमें बनाकर जिम्मेदारी सौंपी गई। अफसरों कों चिकित्सा व्यवस्था से लेकर गांवों में मरीजों का सर्वे, सफाई और सैनिटाइजेशन कराने के साथ गेहूं खरीद तक का दायित्व सौंपा है। इसका असर भी दिखने लगा है। मरीजों के लिए आक्सीजन से लेकर बेड तक के इंतजाम होने लगे हैं। एंबुलेंस चालकों की मनमानी पर अंकुश लगा है। वैक्सीनेशन सेंटरों पर भी अफरा-तफरी का माहौल नहीं है।
जिले की टीम-9 में सीडीओ निशा अनंत को दो टीमों की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इनका काम सरकारी व निजी अस्पतालों में आइसीयू, आक्सीजन बेड, टीकाकरण, मेडिकल कालेज से लेकर पीएचसी, सीएचसी तक व्यवस्था सुदृढ़ कराना है। इसके अलावा एंबुलेंस सेवाओं के सुचारू संचालन, कंट्रोल रूम की व्यवस्था, होम क्वारंटाइन संक्रमित मरीजों को मेडिकल किट निगरानी की जिम्मेदारी भी दी है। सीडीओ की टीम में सीएमओ और डिप्टी सीएमओ के साथ डिप्टी कमिश्नर वाणिज्य कर भी शामिल हैं। दो टीमें एडीएम प्रशासन ऋतु पूनिया के नेतृत्व में बनाई गई हैं। इन्हें शासन और अन्य जिलों से समन्वय बनाने, जिले में चल रहे कार्यों से शासन को अवगत कराने, गोआश्रय स्थलों में भूसा-चारा की व्यवस्था कराने, औद्योगिक इकाइयों के संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ एसीएमओ, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, उपायुक्त उद्योग, श्रम प्रवर्तन अधिकारी को लगाया है। पांचवीं और छठीं टीम एडीएम वित्त एवं राजस्व नरेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में बनी है। इन्हें आक्सीजन आपूर्ति सुचारू रखने, गेहूं खरीद केंद्रों की व्यवस्था बनाने और किसानों को समय से भुगतान, खाद, बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराने और जरूरी वस्तुओं के मूल्य पर नियंत्रण रखने का दायित्व सौंपा है। इनके साथ जिला कृषि अधिकारी, डिप्टी आरएमओ, जिला पूर्ति अधिकारी, अभिहीत अधिकारी, एआरटीओ, जिला औषधि निरीक्षक है। सातवीं टीम नगर मजिस्ट्रेट अमित कुमार की अध्यक्षता में गठित की गई है। इन्हें प्रवासी कामगारों के जिले में आने पर उनकी जांच, क्वारंटाइन की व्यवस्था कराने का दायित्व दिया है। आठवीं और नौंवी टीम एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में बनी है, जिसमें कंटेनमेंट जोन की व्यवस्था, साप्ताहिक बंदी का पालन कराने, कारागार और पुलिस लाइंस सफाई, नगर निकायों में सफाई और सैनिटाइजेशन कराने की जिम्मेदारी दी है। वर्जन ::
कोरोना महामारी के बीच मरीजों के उपचार से लेकर जिले की अन्य गतिविधियां सुचारू बनाए रखने, आम जनता की सुविधाओं का खयाल रखने के लिए नौ टीमें बनाई हैं। टीमों की सक्रियता से काफी हद तक व्यवस्था सुधरी है।
- दीपा रंजन, जिलाधिकारी