अंत्येष्टि स्थल की नींव में सीमेंट की जगह मिली मिट्टी

बिनावर ग्राम पंचायत में अंत्येष्टि स्थल निर्माण हुआ। इसकी प्रारंभिक जांच में सात लाख रुपये की अनियमितता मिली है। गाजियाबाद के अंत्येष्टि स्थल में हुए हादसे के बाद शासन के निर्देश पर टीम सोमवार को बिनावर पहुंची। यहां 24.50 लाख रुपये से बने अंत्येष्टि स्थल की बाउंड्रीवाल के बराबर में खोदाई कराकर नींव देखी। इसमें सीमेंट की जगह मिट्टी मिली।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 01:49 AM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 01:49 AM (IST)
अंत्येष्टि स्थल की नींव में सीमेंट की जगह मिली मिट्टी
अंत्येष्टि स्थल की नींव में सीमेंट की जगह मिली मिट्टी

जेएनएन, बदायूं : बिनावर ग्राम पंचायत में अंत्येष्टि स्थल निर्माण हुआ। इसकी प्रारंभिक जांच में सात लाख रुपये की अनियमितता मिली है। गाजियाबाद के अंत्येष्टि स्थल में हुए हादसे के बाद शासन के निर्देश पर टीम सोमवार को बिनावर पहुंची। यहां 24.50 लाख रुपये से बने अंत्येष्टि स्थल की बाउंड्रीवाल के बराबर में खोदाई कराकर नींव देखी। इसमें सीमेंट की जगह मिट्टी मिली।

शासन के निर्देश पर पहुंची टीम के साथ एडीपीआरओ राजीव कुमार मौर्या भी पहुंचे। नींव में मिट्टी मिलने के साथ इंटरलॉकिग में भी अनियमितताएं की गईं। गड़बड़ी दिखाई देने पर डीपीआरओ ने खुद ही फावड़ा से इंटरलॉकिग की खोदाई की। दीवारों पर किए प्लास्टर को देखा तो उसमें भी मानक के अनुरूप निर्माण सामग्री नहीं लगी थी। सीमेंट कई जगह से खुद ही गिर रहा था। अंत्येष्टि स्थल के फर्श को तोड़ा तो उसके नीचे न तो रोड़ा था और न ही सीमेंट डाला था। मिट्टी के ऊपर ही सीमेंट की परत बना दी गई थी। दीवारों की नींव भी मानक के अनुरूप नहीं भरी गई थीं। प्रधान के ससुर ने एडीपीआरओ से बात करने को कहा तो उन्होंने साफ इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि घोटाला करने वालों को कोई नहीं बचा पाएगा। करीब तीन घंटे तक चली जांच के बाद घोटाला सामने आया है। ग्रामीणों ने गांव में हुए सभी विकास कार्यों की जांच की मांग की। एडीपीआरओ ने निर्माणाधीन पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय की स्थिति देखी। वहां भी अनियमितताएं सामने आईं। इंसेट ..

गाजियाबाद की तरह यहां भी हो सकता था हादसा

- गाजियाबाद में अंत्येष्टि स्थल ढहने से कई लोगों की जान गई थी। इसके बाद शासन ने सभी जिलों में बने अंत्येष्टि स्थल की जांच के आदेश दिए थे। इस पर बिनावर में भी अंत्येष्टि स्थल की जांच हुई तो वहां भी गड़बड़झाला सामने आया। एडीपीआरओ राजीव कुमार मौर्या ने कहा कि यहां जांच नहीं की जाती तो किसी दिन गाजियाबाद की तरह हादसा हो सकता था। बेहतर काम के लिए शासन ने दी थी ग्राम पंचायत को परफारर्मेस ग्रांट

बेहतर विकास का दावा करने के साथ ही आय-व्यय का सही ब्योरा प्रधान स्वाति चौहान ने शासन को दिया। इस पर शासन से साढ़े 12 करोड़ की परफार्मेंस ग्रांट दी गई। लेकिन, प्रधान के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों में लाखों रुपये का घोटाला सामने आया है। वर्जन ..

बिनावर में हुए विकास कार्यों में धांधली की गई है। गाजियाबाद में हुए हादसे के बाद अंत्येष्टि स्थल की जांच के निर्देश दिए थे। हमने मौके पर जाकर तकनीकी जांच की तो सीमेंट की जगह वहां मिट्टी मिली। नींव भी मानक के अनुरूप नहीं खोदी गई है। मिट्टी पर सीमेंट की परत बनाकर अंत्येष्टि स्थल बना दिया है। अब तक सात लाख रुपये की वित्तीय अनियमितता सामने आई है। अब सभी कार्यों की बिदुवार जांच की जाएगी।

- राजीव कुमार मौर्या, एडीपीआरओ

chat bot
आपका साथी