यूपी की बेहाली दूर करने का सपना लेकर आई थीं शीला दीक्षित Badaun News
2016 में कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही 27 साल यूपी बेहाल यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंची थीं।
बदायूं, जेएनएन : दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के आकस्मिक निधन से यहां भी कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई है। उनसे जुड़ी स्मृतियां ताजा की जा रही थीं। जिले में वह वर्ष 2016 में कांग्रेस की ओर से निकाली जा रही 27 साल यूपी बेहाल यात्रा में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने पहुंची थीं। उझानी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिसमें उन्होंने यूपी की बेहाली दूर करने की बात कही थी। पार्टी कार्यकर्ताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाकर जन समस्याओं को लेकर आंदोलन करने का आह्वान किया था।
देश की राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने जनहित में ठोस कदम उठाए थे। उत्तर प्रदेश की स्थिति को सुधारने की मंशा को लेकर जब कांग्रेस की ओर से 27 साल यूपी बेहाल यात्रा निकाली गई थी तब 26 सितंबर 2016 को यहां जिले में भी यात्रा पहुंची थी। उस दिन बदायूं के अलावा उझानी में भी कार्यक्रम का आयोजन किया था।
उझानी में ओमकार सिंह और सुरेश पाल तोमर की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उनके पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया था। उसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम में शामिल होने के बाद उन्होंने उझानी में प्रमिला भदवार के आवास पर पहुंचकर भोजन किया था और वहीं से दिल्ली वापस चली गई थीं। कांग्रेस के प्रदेश महासचिव ओमकार सिंह उनसे जुड़ी स्मृतियां ताजा करते हुए कहते हैं कि उनका ओजस्वी भाषण सुनकर जोश पैदा होता था। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जिले और प्रदेश के हालात के बारे में उनसे चर्चा भी की थी।
उझानी में शोक सभा
दिल्ली की पूर्व मंत्री शीला दीक्षित के निधन पर कांग्रेस की पूर्व मंत्री प्रमिला भदवार ने शोक संवेदना व्यक्त की है। दो मिनट का मौन धारण कर दिवंगत आत्मा की शांति व शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की। वक्ताओं ने कहा कि शीला दीक्षित के निधन से कांग्रेस को अपूर्णीय क्षति हुई है। वह राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस पार्टी में मजबूत पकड़ रखती थीं। इस मौके पर परवेज अहमद, राजेद्र प्रसाद बाबा, हरदयाल गौतम, चरन ङ्क्षसह कश्यप, मदनलाल गुप्ता, डॉ.फरमान, डॉ.इकवाल, खलील अहमद, परमेंद्र पाल आदि मौजूद रहे।