आरओ सिस्टम तीन महीने से खराब, बीमारी बांट रहा अस्पताल
स्वास्थ्य महकमा जिला अस्पताल पहुंचने वाले मरीज व उनके तीमारदारों के स्वस्थ के प्रति अलर्ट नहीं है।
बदायूं : जिले में जहां एक ओर स्वास्थ्य महकमे की टीमें बुखार प्रभावित गांवों में क्लोरीन की गोलियां बांटकर शुद्ध पेयजल का उपयोग करने को प्रेरित कर रही हैं। वहीं बुखार के मरीजों से खचाखच भरे जिला अस्पताल में संक्रमित पानी पीने को दिया जा रहा है। यहां लगा आरओ प्लांट लगभग तीन महीने से खराब है। ऐसे में केवल सबमर्सिबल का पानी ठंडा करके पिलाया जा रहा है। इसके रखरखाव के लिए हर महीने बजट भी आता है लेकिन बजट कहां खपाया जा रहा है, यह कोई नहीं जानता।
मरीजों को शुद्ध पेयजल मिले, ताकि उन्हें बीमारियां कम से कम लगें। इस उद्देश्य से जिला अस्पताल में तीन साल पहले आठ लाख की लागत से आरओ प्लांट लगवाया गया था। तीन हजार लीटर का टेंक रखवाकर उसे सबमर्सिबल से भरा जाता है। वहीं एक बार में लगभग सौ लीटर पानी फिल्टर होता है। ताकि मरीज समेत तीमारदार संक्रमित पानी के सेवन से बचें और जल्दी स्वस्थ हों। इधर, पिछले डेढ़ महीने से महीने से जिले में बुखार फैला हुआ है और कई लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि हजारों बीमार हैं। जिला अस्पताल में ही अभी लगभग छह सौ मरीज भर्ती हैं और इलाज करा रहे हैं। वर्जन ::
आरओ प्लांट की देखरेख सीएमएस के जिम्मे होती है। नए सीएमएस आए हैं लेकिन अवकाश पर हैं। मुझ पर केवल प्रभार है। वित्तीय मामलों में कार्यवाहक का ज्यादा हस्तक्षेप नहीं रहता है। फिर भी सीएमएस आने पर यह समस्या उनके सामने रखी जाएगी और प्लांट सही कराया जाएगा।
- डॉ. यूवी ¨सह, प्रभारी सीएमएस, जिला अस्पताल