कारतूसों का ब्यौरा खंगालने को असलाहधारियों के घर खाकी की दस्तक
बदायूं जेएनएन सम्भल जिले के बहजोई में उजागार हुए कारतूस घोटाले के बाद जिला पुलिस प्रशासन हरकत में आया है। इस घपले को पकड़ने के लिए जिलेभर में असलहाधारियों के घर पर खाकी दस्तक दे रही है। पुलिस टीमें असलहाधारियों के कारसूत का ब्यौरा खंगालने में जुटी हुई है।
बदायूं, जेएनएन : सम्भल जिले के बहजोई में उजागार हुए कारतूस घोटाले के बाद जिला पुलिस प्रशासन हरकत में आया है। इस घपले को पकड़ने के लिए जिलेभर में असलहाधारियों के घर पर खाकी दस्तक दे रही है। पुलिस टीमें असलहाधारियों के कारसूत का ब्यौरा खंगालने में जुटी हुई है। आशंका जताई है कि पूर्व में उजागर हुए पिस्टल कांड की तरह से फिर से कहीं शस्त्र विक्रेताओं ने कारतूस और असलाहों की अवैध खरीद फरोख्त शुरू तो नहीं कर दी है।
जिले में तकरीबन 22 हजार असलहाधारी है। इन असलहों के बलबूते पर कुछ अपराधिक लोग कारतूस की खेप को अवैध तरीके से खपाने में जुटे हुए है। इसको लेकर हाल में ही एसएसपी संकल्प शर्मा के निर्देश पर पुलिस ने करीब 146 लोग ऐसे लोगों को चिन्हित किए जो कि खुराफाती थे। इन्होंने साठगांठ से असलाह के लाइसेंस हथिया लिए थे। इसको देखते हुए करीब 125 लाइसेंस निरस्त कर दिए गए। अब सम्भल जिले में कारतूस का घोटला सामने आया है। इस लिहाज से जिला प्रशासन भी चौकन्ना हो गया है। डीएम दीपा रंजन और एसएसपी संकल्प शर्मा ने जिलेभर के सभी थानेदारों को असलहाधारियों के जिदा कारतूस और खाली खोखा के सत्यापन के दिशा निर्देश दिए है। इसको लेकर पुलिस टीमें सर्तक हो गई है। पुलिस टीमें सभी लाइसेंसी असलहाधारकों के घर पहुंचकर या फिर थाने कोतवाली बुलाकर उनसे कारसूतों का ब्यौरा मांग रही है। इसको लेकर असलहाधारियों में खलबली मच गई है। ऐसे में अगर बड़ी खामी पाई जाती है तो लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।