झाड़ू पकड़ी नहीं और 42 बैकलाग कर्मियों का मानदेय दे रही पालिका
शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने को 42 बैकलाग कर्मी की नियुक्ति हैं। लेकिन निजाम बदलने के साथ बैकलाग कर्मियों के भी हालात बदलते चले गए। वर्तमान में ज्यादातर बैकलाग कर्मी मूल काम सफाई से हटकर माननीयों या अफसरों के बंगलों पर कार्यरत है। जबकि प्रतिमाह उनका वेतन नगर पालिका से निकलता है।
जेएनएन, बदायूं : शहर की साफ-सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने को 42 बैकलाग कर्मी की नियुक्ति हैं। लेकिन, निजाम बदलने के साथ बैकलाग कर्मियों के भी हालात बदलते चले गए। वर्तमान में ज्यादातर बैकलाग कर्मी मूल काम सफाई से हटकर माननीयों या अफसरों के बंगलों पर कार्यरत है। जबकि प्रतिमाह उनका वेतन नगर पालिका से निकलता है। नगर पालिका चेयरमैन ने गड़बड़ी की जांच कराकर कार्रवाई की बात कही है।
स्वच्छ भारत मिशन में शहर को 26 वां स्थान मिला है। फिर भी शहर में भीषण गंदगी है। वर्ष 2007 में 43 बैकलाग कर्मचारी शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए नियुक्त किए गए थे। जिनमें से एक की मौत हो गई। जिसके बाद बचे 42 को सफाई व्यवस्था के बजाय माननीय और साहब की चाकरी करने में व्यस्त कर दिए गए। पालिका के अफसरों की जानकारी में पूरा मामला है। फिर भी कोई बोलने को तैयार नहीं है। उन्हें इनकी वर्तमान नियुक्ति की भी जानकारी नहीं है। अब नगर पालिका में बैकलाग के तहत तैनात 42 सफाई कर्मचारियों की नियुक्तियां कहां है इसका ब्यौरा स्वास्थ्य विभाग से लेकर सफाई विभाग के पास नहीं है। वहीं, हाजिरी रजिस्टर होने के बावजूद इनका वेतन हर माह पालिका से इन्हें स्वीकृत कर दिया जाता है। जिससे पालिका प्रशासन की कार्य शैली पर भी सवाल उठ रहे है। नगर पालिका परिषद बदायूं
218 नियमित सफाई कर्मचारी
42 बैकलाग सफाई कर्मचारी
46 संविदा सफाई कर्मचारी
37 दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी
4 सफाई नायक
वर्जन ::
एक बार बोर्ड की बैठक में संबंधित अधिकारियों से बैकलाग कर्मचारियों का डाटा मांगा गया था। तब डाटा भी मिल गया था। कर्मचारियों की नियुक्ति शहर की साफ सफाई व्यवस्था पर है। अगर कोई गड़बड़ी है तो मामले की जांच कराई जाएगी। जांच में विभागीय अधिकारी की संलिप्तता पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
- दीपमाला गोयल, चेयरमैन नगर पालिका