किसानों से फसल बर्बादी की पीड़ा जानने पहुंचे जिम्मेदार

योगी सरकार बेसहारा पशुओं को संरक्षित करने के लिए शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक गोशलाओं का संचालन करा रही है। यहां जिले में भी 124 गोआश्रय स्थलों का संचालन कर 15 हजार से अधिक गोवंशीय पशुओं का संरक्षण किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 12:29 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 12:37 AM (IST)
किसानों से फसल बर्बादी की पीड़ा जानने पहुंचे जिम्मेदार
किसानों से फसल बर्बादी की पीड़ा जानने पहुंचे जिम्मेदार

जेएनएन, बदायूं : योगी सरकार बेसहारा पशुओं को संरक्षित करने के लिए शहर से लेकर कस्बों और गांवों तक गोशलाओं का संचालन करा रही है। यहां जिले में भी 124 गोआश्रय स्थलों का संचालन कर 15 हजार से अधिक गोवंशीय पशुओं का संरक्षण किया जा रहा है। इसके बावजूद हजारों की संख्या में बेसहारा पशु किसानों की फसल बर्बाद कर रहे हैं। किसानों की इस समस्या को लेकर दैनिक जागरण की ओर से चलाए जा रहे अभियान का प्रभाव दिखने लगा है। जिम्मेदारों ने रविवार को गांवों में किसानों से बेसहारा पशुओं की जानकारी ली। भरोसा दिलाया कि विशेष अभियान चलाकर इन्हें पकड़वाकर गोशाला पहुंचाया जाएगा।

जागरण के अभियान का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा.अरुण कुमार जादौन को बेसहारा पशुओं को पकड़वाने के लिए फिर विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए। नगरीय क्षेत्र के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अभियान चलना चाहिए। रविवार को टीईटी परीक्षा में ड्यूटी लगी थी, लेकिन परीक्षा निरस्त होने के बाद मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी गांवों की तरफ दौड़ पड़े। उन्होंने कुलचौरा, आमगांव, नवादा में किसानों से पूछा कि इस समय बेसहारा पशु उनकी किस फसल को नुकसान पहुंचा रहे हैं और बचाव के लिए वह लोग क्या कर रहे हैं। किसानों ने बताया कि सरसों और सब्जियों की फसल पशु बर्बाद कर रहे हैं। डा.जादौन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि अभियान चलाकर पशुओं को पकड़वाया जाएगा। नगर पालिका परिषद बिल्सी के चेयरमैन अनुज वाष्र्णेय रायपुर बुजुर्ग गांव पहुंचे। उन्होंने किसानों से पूछा कि अब बेसहारा पशुओं की संख्या कितनी रह गई है, उनकी फसल को कितना नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसानों ने बताया कि रात में पशुओं का झुंड आता है और फसल बर्बाद करके चला जाता है। बचाव के लिए सर्द रातों में रखवाली करनी पड़ रही है। चेयरमैन ने उन्हें विश्वास दिलाया कि आसपास के गांवों से बेसहारा पशुओं को पकड़वाकर गोशाला पहुंचाया जाएगा।

किसानों की बात :: फोटो 28 बीडीएन 33

सर्द रातों में खेत की रखवाली करनी पड़ रही है। पशुओं का झुंड रात में यहां आकर फसल बर्बाद कर जाता है। जागरण का अभियान सराहनीय है, छुट्टा पशुओं को पकड़वाया जाना चाहिए।

- सूबेदार, बैरमई

फोटो 28 बीडीएन 34

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गांव-गांव गोशाला खोलवाकर गोवंशीय पशुओं का संरक्षण कराया है, लेकिन अब भी सैकड़ों पशु घूम रहे हैं। जल्द ही इनको पकड़वाने का इंतजाम होना चाहिए।

- देवेंद्र, नैथुआ

फोटो 28 बीडीएन 35

खून-पसीने से उपजाई गई फसल को रात में पशु बर्बाद कर जाते हैं। दैनिक जागरण ने हमारी समस्या को उठाया है। अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को इस ओर ध्यान देना चाहिए।

- मनोहर, नैथुआ

फोटो 28 बीडीएन 36

महीनों की मेहनत के बाद फसल तैयार होती है। अचानक पशुओं का झुंड न पहुंच जाए इसलिए रात को खेत की रखवाली करनी पड़ती है। बेसहारा सभी पशु पकड़ जाएं तभी राहत मिलेगी।

- अनवार, वन वेहटा वर्जन ::

जिले में निराश्रित पशुओं को पकड़वाने के लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। गांवों में जाकर किसानों से जानकारी ली है। जहां-जहां से शिकायतें मिल रही हैं वहां फिर अभियान चलाकर गोवंशीय पशुओं को गोशाला पहुंचाया जाएगा।

- डा.एके जादौन, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी वर्जन :

गोवंशीय पशुओं को पकड़वाकर गोआश्रय केंद्र में उनका पालन किया जा रहा है। रायपुर बुजुर्ग गांव जाकर किसानों से फसल बर्बाद कर रहे पशुओं के बारे में जानकारी ली है। आसपास के गांवों से पशुओं को पकड़वाकर उनका संरक्षण किया जाएगा।

- अनुज वाष्र्णेय, चेयरमैन बिल्सी

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