अब होम्योपैथिक अस्पताल भी खोला

जानलेवा बुखार के मरीजों की लगातार संख्या बढ़ती जा रही है। जिला अस्पताल भी ओवरलोड चल रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 12:02 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 12:02 AM (IST)
अब होम्योपैथिक अस्पताल भी खोला
अब होम्योपैथिक अस्पताल भी खोला

बदायूं : जानलेवा बुखार के मरीजों की लगातार संख्या बढ़ती जा रही है। जिला अस्पताल भी ओवरलोड हो चुका है। कोई कोना भी नहीं बचा, जहां बेंच डालकर मरीज का इलाज शुरू किया जा सके। ऐसे में अब स्वास्थ्य महकमे ने अब जिला होम्योपैथिक चिकित्सालय में बुखार के मरीजों को भर्ती करने का निर्णय लिया है। यह अस्पताल 16 बेड का है।

जिला अस्पताल में 234 बेड हैं। सभी बेड पर बुखार के मरीज भर्ती हैं। मरीज बढ़ने पर 50 बेड अतिरिक्त भी मंगवाए गए। इन बेड को वार्डो में पड़ी खाली जगह के अलावा रैन बसेरे में डाला गया है। वहीं आई वार्ड भी खोल दिया गया। 14 बेड के आईवार्ड में इस वक्त 28 मरीज भर्ती हैं। जबकि पूरे अस्पताल में एक बेड पर दो मरीजों को भर्ती किया गया है। बाकी के मरीज बेंच पर इलाज करा रहे हैं। कुल मिलाकर जिला अस्पताल में इस वक्त करीब छह सौ मरीज भर्ती हैं। बावजूद इसके नए मरीज भी रोजाना पहुंच रहे हैं। ओपीडी में भी रोजाना डेढ़ हजार से ज्यादा मरीज बुखार के ही आ रहे हैं। कुल मिलाकर व्यवस्थाएं संभाल पाना अस्पताल प्रशासन को चुनौती बन चुका है। ऐसे में अब जिला होम्योपैथिक अस्पताल में मरीजों के लिए खुलवाया गया है। जिन मरीजों को आराम मिलेगा उन्हें वहां भर्ती किया जाएगा। जबकि गंभीर मरीज इमरजेंसी वार्ड में ही रखे जाएंगे। जबकि बेहद गंभीर हालत होने पर पिछले एक सप्ताह में 114 मरीजों को रेफर किया जा चुका है।

अन्य घटनाओं के घायलों को भी जगह नहीं

- झगड़े, गोली, चाकू या लाठी-डंडे से घायल होने वाले लोगों समेत हादसों के घायलों को भी जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जगह नहीं बची है। इन घायलों को सर्जीकल वार्ड में रखा जा रहा है। जबकि इमरजेंसी वार्ड में ऐसे ही मरीजों को रखा जाता है लेकिन इन दिनों घायलों से ज्यादा खराब हालत बुखार के मरीजों की होने के कारण उन्हें ही इमरजेंसी वार्ड में रखा जाता है। वर्जन

होम्योपैथिक अस्पताल खुलवा लिया गया है। जरूरत पड़ी तो मरीजों को वहां भर्ती किया जाएगा। वैसे बुखार का प्रकोप अब कम होता जा रहा है। उम्मीद है कि एक सप्ताह में वायरस खत्म हो जाएगा।

डॉ. यूवी ¨सह, प्रभारी सीएमएस, जिला अस्पताल

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