नन्हें के हत्यारोपित भेजे गए जेल, पत्नी से बात करने को लेकर हुआ था झगड़ा

सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शनिवार को नन्हें हत्याकांड के आरोपित सगे भाइयों को जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक हत्याकांड में नामजद सगे भाई और मृतक नन्हें आपस में चचेरे-तहेरे भाई थे। हत्या चुनावी रंजिश में नहीं बल्कि मनभेद के कारण हुई। हत्यारोपितों में शमिल एक युवक नन्हें की पत्नी से बात करता था इसके शक में नन्हें और हत्यारोपित सगे भाइयों में शराब के नशे में झगड़ा हुआ। जिसमें तैस में आकर सगे भाइयों ने नन्हें की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 01:28 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 01:28 AM (IST)
नन्हें के हत्यारोपित भेजे गए जेल, पत्नी से बात करने को लेकर हुआ था झगड़ा
नन्हें के हत्यारोपित भेजे गए जेल, पत्नी से बात करने को लेकर हुआ था झगड़ा

जेएनएन, बदायूं : सिविल लाइंस थाना पुलिस ने शनिवार को नन्हें हत्याकांड के आरोपित सगे भाइयों को जेल भेज दिया है। पुलिस के मुताबिक हत्याकांड में नामजद सगे भाई और मृतक नन्हें आपस में चचेरे-तहेरे भाई थे। हत्या चुनावी रंजिश में नहीं बल्कि मनभेद के कारण हुई। हत्यारोपितों में शमिल एक युवक नन्हें की पत्नी से बात करता था इसके शक में नन्हें और हत्यारोपित सगे भाइयों में शराब के नशे में झगड़ा हुआ। जिसमें तैस में आकर सगे भाइयों ने नन्हें की चाकू से गोदकर हत्या कर दी।

गुरुवार की देर रात क्षेत्र के गांव नरऊ बुजुर्ग निवासी नन्हें की उसके तहेरे भाई किशन लाल और जितेंद्र ने चाकू घोपकर हत्या कर दी थी। गांव में चर्चा थी कि नन्हें ग्राम प्रधान के प्रत्याशी उदयवीर का समर्थक है जबकि उसके तहेरे भाई दूसरे दावेदार सुखवीर के समर्थक हैं। मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी तहरीर में कहा था कि किशन लाल और जितेंद्र उसके घर पर पति नन्हें को बुलाने आए थे। जहां बाहर बुलाकर सुखवीर के समर्थन में वोट डालने का दबाव बना रहे थे। पति के विरोध करने पर किशनलाल और जितेंद्र ने उनकी चाकू घोपकर हत्या कर दी। इस मामले में पुलिस ने शनिवार को हत्यारोपित किशनलाल और जितेंद्र की गिरफ्तारी करते हुए दावा किया है कि नन्हें की हत्या चुनावी रंजिश में नहीं हुई थी। पुलिस की विवेचना में सामने आया है कि नन्हें और हत्यारोपितों का घर आस-पास हैं। करीब आठ साल पूर्व जितेंद्र की पत्नी की मौत हो गई थी। जितेंद्र का नन्हें के घर आना जाना था। इसी बात को लेकर नन्हें, जितेंद्र पर अपनी पत्नी से संबंध का शक करने लगा था। यह बात नन्हें को नागवार गुजरती थी। हत्या से कुछ देर पहले नन्हें और हत्यारोपितों ने एक साथ बैठककर शराब पी थी। शराब के नशे में नन्हें ने जितेंद्र से कहा कि वह उसकी पत्नी से बात क्यों करता है। इस पर दोनों में झगड़ा हो गया। झगड़ के दौरान नन्हें पत्थर उठाकर जितेंद्र को मारा। जिसमें वह बाल-बाल बच गया। इससे तैस में आकर जितेंद्र और किशनलाल घर जाकर चाकू उठा लाए और नन्हें के सीने में घोंप दिया। जिससे नन्हें की मौत हो गई। इस संबंध में इंस्पेक्टर सुधाकर पाण्डेय का कहना है हत्या चुनावी रंजिश में नहीं हुई थी। आपस में घर की महिला को लेकर विवाद था। इसी विवाद में नन्हें की हत्या हुई। हत्यारोपितों को जेल भेजा गया है।

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