मां छोड़कर चली गई बच्चियां, पुलिस ने चाइल्ड लाइन को सौंपी
मंगलवार सुबह तकरीबन नौ बजे लावेला चौक के पास एक महिला दुकान के चबूतरे पर अपनी तीन बेटियों को छोड़ गई।
जागरण संवाददाता, बदायूं : मंगलवार सुबह तकरीबन नौ बजे लावेला चौक के पास एक महिला दुकान के चबूतरे पर अपनी तीन बेटियों को छोड़ गई। इनमें एक की उम्र सालभर ही है। बाजार खुला तो व्यापारियों ने बच्चे बैठे देखे तो कुछ बिस्किट आदि खाने को दे दिए। काफी देर तक जब इन बच्चों को लेने कोई नहीं आया तो मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सदर कोतवाली पुलिस इन तीनों बच्चियों को अपने साथ ले गई। यहां सबसे बड़ी बच्ची ने अपना नाम राखी (7) व अपनी बहन का नाम राधा (4) व अंजली (1) बताया। पुलिस की सूचना पर चाइल्ड लाइन की टीम उन्हें अपने दफ्तर ले आई। काउंसिलिग में राखी ने बताया कि उसकी मां सुमन और पिता ठाकुरदास हैं। इधर, कुछ देर बाद सुमन लावेला चौक पहुंची तो बच्चियां न देख रोने-चिल्लाने लगी। लोगों ने उसे बताया कि बच्चे पुलिस के पास हैं। वह कोतवाली पहुंची तो पुलिस ने पति को भी बुलवा लिया। पति ने बताया कि वह वजीरगंज थाना क्षेत्र के करकटपुर गांव का रहने वाला है। पुलिस ने दोनों को चाइल्ड लाइन आफिस भेज दिया गया। टीम ने बच्चियों को दोपहर में बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया। यहां पड़ताल के बाद समिति ने तीनों को माता-पिता की सुपुर्दगी में देने का आदेश दिया है।
गले नहीं उतरा मां का बयान
टीम को मां सुमन ने बताया कि वह बच्चों को चौराहे पर छोड़कर बाजार में भीतर कपड़े खरीदने गई थी। ट्रैफिक ज्यादा था, इसलिए बच्चों को सड़क किनारे बैठा दिया। हालांकि उसका यह तर्क किसी के गले नहीं उतर रहा लेकिन बच्चों की परवरिश को ध्यान में रखते हुए उसे बेटियां सौंप दी गईं।
वर्जन ::
मां का कहना है कि वह कपड़े लेने गई थी। फिलहाल बच्चियां उसे सौंप दी गई हैं। लगातार इन पर नजर रखी जाएगी। ताकि भविष्य में कोई अप्रिय घटना न होने पाए।
- कमल शर्मा, समन्वयक, चाइल्ड लाइन