दवाओं के संकट से जूझेगा स्वास्थ्य महकमा

आने वाले दिनों में स्वास्थ्य महकमा दवाओं की किल्लत से जूझेगा। यूपीएमएससी ने दवा भेजने से इन्कार कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 12:25 AM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 12:25 AM (IST)
दवाओं के संकट से जूझेगा स्वास्थ्य महकमा
दवाओं के संकट से जूझेगा स्वास्थ्य महकमा

बदायूं : आने वाले दिनों में स्वास्थ्य महकमा दवाओं की किल्लत से जूझेगा। वजह है कि यूपीएमएससी ने दवाओं की सप्लाई से फिलहाल इंकार कर दिया है। अब यूपीएमएससी दिसंबर में दवाओं की सप्लाई की बात कही है। जबकि इससे पहले यूपीएमएससी ने अक्टूबर तक दवाओं का स्टाक रखने की बात कही थी। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में दवाओं का स्टाक खत्म होने के कगार पर है। नवंबर के अंतिम सप्ताह तक दवाएं खत्म हो जाएंगी और मरीजों को भटकना पड़ेगा। महकमे के अफसर ने फिलहाल गंभीर मसले का कोई हल नहीं निकाल सके हैं।

अस्पतालों में दवा कम होने पर स्थानीय स्तर पर दवाओं की खरीद-फरोख्त को खत्म करते हुए शासन ने यूपीएमएससी (उत्तर प्रदेश मेडिसिन सप्लाई कारपोरेट) का गठन कर दवाओं की आपूर्ति का जिम्मा लिया था। इस संस्था का काम था कि सारे जिलों से आने वाली दवाओं की मांग के अनुसार अपने स्तर से दवाओं की खरीद कराकर उन्हें जिलास्तर तक भिजवाना। संस्था ने अक्टूबर तक का स्टाक रखने का निर्देश स्वास्थ्य महकमे को दिया था। जबकि इसके बाद दवाओं की सप्लाई अपने स्तर से करने की बात कही थी लेकिन पिछले दिनों संस्था ने एक बार फिर अपना पत्र जारी करके कहा है कि फिलहाल स्वास्थ्य विभाग दिसंबर तक का स्टाक अपने पास सुरक्षित करे, इसके बाद संस्था द्वारा सप्लाई दी जाएगी। असमंजस में अफसर

आने वाले दिनों में दवाएं खत्म हो जाएंगी, जबकि जिला अस्पताल से लेकर जिले के सीएचसी और पीएचसी पर खपत लगातार जारी है। ऐसे में आने वाले दिनों में अचानक इतनी भारी मात्रा में दवा कहां से आएगी, इसको लेकर अफसर अब असमंजस में हैं। वह भी उन हालात में, जब पिछले दिनों बुखार के कारण दवाओं का एक बड़ा स्टाक बुखार प्रभावित इलाकों में वितरित किया जा चुका है। वर्जन

वेब पोर्टल से भी दवाओं की खरीद जारी है। वहां डिमांड भेजी जा रही है। यह सही है कि यूपीएमएससी ने फिलहाल दवाएं देने से इंकार किया है लेकिन मरीजों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

- डॉ. मंजीत ¨सह, प्रभारी सीएमओ

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