मध्याह्न भोजन में धांधली पर अंकुश लगाने को बनी रणनीति

मध्याह्न भोजन योजना के नाम पर लापरवाह शिक्षक-शिक्षिकाएं लाखों रुपये हर माह डकार रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 12:05 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 12:05 AM (IST)
मध्याह्न भोजन में धांधली पर अंकुश लगाने को बनी रणनीति
मध्याह्न भोजन में धांधली पर अंकुश लगाने को बनी रणनीति

बदायूं : मध्याह्न भोजन योजना के नाम पर लापरवाह शिक्षक-शिक्षिकाएं लाखों रुपये हर माह डकार रहे हैं। विद्यालय के मध्याह्न भोजन योजना संबंधी रजिस्टर में बच्चों की फर्जी संख्या भरी जा रही है। निरीक्षण में जानकारी होने के बाद भी सबूत न होने की वजह से उनपर कार्रवाई नहीं हो पाती। जिसकी वजह से जिलाधिकारी ने हर मध्याह्न भोजन करने के बाद छात्र-छात्राओं से रजिस्टर पर हस्ताक्षर कराने का निर्देश दिया है। जो बच्चे हस्ताक्षर करना नहीं जानते उन्हें पहले नाम लिखना सिखाया जाएगा। अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान शिक्षक-शिक्षिकाओं को डाटा दिखाना होगा। जिलाधिकारी दिनेश कुमार ¨सह ने सीधे तौर पर खंड शिक्षा अधिकारियों को अनुपालन करने का निर्देश दिया है।

डीएम ने सख्त निर्देश दिए हैं कि मध्याह्न भोजन योजना के अंतर्गत योजना से आच्छादित विद्यालयों में योजना के प्रभावी अनुश्रवण के लिए लाभांवित छात्र-छात्राओं से हर रोज हस्ताक्षर कराने होंगे। जो बच्चे विद्यालय में अनुपस्थित रहते हैं उन्हें उसी दिन विद्यालय का समय समाप्त के समय रजिस्टर पर लाल स्याही से अनुपस्थित मार्क करना होगा। कक्षा एक व कक्षा दो के बच्चे हस्ताक्षर करने में असमर्थ हों तो उन्हें हस्ताक्षर करना सिखाया जाएगा या वर्णमाला के अक्षर को सिखाकर उसी वर्णमाला के अक्षर को हस्ताक्षर माना जाएगा। जिससे कोई असुविधा न हो। संबंधित रजिस्टर में क्रमांक संख्या, छात्र-छात्रा का नाम, दिनांक व हस्ताक्षर का प्रारूप बनाया जाएगा। मेन्यू लिखने को भेजे गए 400 रुपये

सभी परिषदीय विद्यालयों की दीवार पर मध्याह्न भोजन का मेन्यू लिखवाया जाएगा। जिसमें दिनवार बच्चों को खिलाने भोजन की जानकारी लिखी जाएगी। हर विद्यालय के मध्याह्न भोजन के खाते में 400 रुपये भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रुपये प्राप्त करने के बाद भी मेन्यू न लिखवाने के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। वर्जन..

जिलाधिकारी की ओर से सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। जिसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। अनुपालन न करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं पर कार्रवाई की जाएगी।

- रामपाल ¨सह राजपूत, बीएसए

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