बदायूं में चिकित्सक समेत लैब टेक्नीशियन तलब

कोरोना संक्रमण की रोकथाम को हो रहीं सैंपलिग कागजों में हो रही है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर थमने के बाद से आरटीपीसीआर और एंटीजन किट को बर्बाद किया जा रहा था। बिना जांच किए थ्रोट स्वैब को तोड़ वीटीएम में रख लैब भेजा जा रहा था। शनिवार के अंक में दैनिक जागरण ने इस फर्जीवाड़े का राजफाश किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 12:01 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 12:01 AM (IST)
बदायूं में चिकित्सक समेत लैब टेक्नीशियन तलब
बदायूं में चिकित्सक समेत लैब टेक्नीशियन तलब

बदायूं, जेएनएन: कोरोना संक्रमण की रोकथाम को हो रहीं सैंपलिग कागजों में हो रही है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर थमने के बाद से आरटीपीसीआर और एंटीजन किट को बर्बाद किया जा रहा था। बिना जांच किए थ्रोट स्वैब को तोड़ वीटीएम में रख लैब भेजा जा रहा था। शनिवार के अंक में दैनिक जागरण ने इस फर्जीवाड़े का राजफाश किया। डीएम दीपा रंजन के आदेश पर जिला सर्विलांस अधिकारी ने इसकी जांच शुरू की है। शनिवार को टीम के डाक्टर समेत लैब टैक्नीशियन को तलब किया गया।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जुलाई के बाद लगभग खत्म हो गई थी। जिले में एक दो केस मिल रहे थे। वर्तमान में जिले में कोरोना का कोई सक्रिय केस नहीं है। लेकिन, शासन ने कोरोना जांच जारी रखने के निर्देश दिए थे। इसके चलते जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी पीएचसी पर जांच कराई जा रही थी। शहर के प्रमुख स्थानों पर कोरोना जांच के शिविर लग रहे थे। इसके लिए एक चिकित्सक के साथ दो लैब टैक्नीशियन और दो अन्य स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन, लोग जांच में रूचि नहीं ले थे। इस पर टीम ने फर्जी सैंपलिग का खेल शुरू किया। दैनिक जागरण पिछले एक माह से शहर में लग रहे शिविरों पर निगाह बनाए हुए था। इस दौरान देखा कि शिविरों में अनुरोध के बाद भी लोग जांच से इन्कार कर देते थे। रोडवेज पर पुलिस होने से कुछ लोग जांच करा लेते थे। लेकिन, शाम को शासन को जाने वाली रिपोर्ट में प्रतिदिन लगभग दो हजार लोगों की जांच दर्शाई जा रही थी। इस पर दैनिक जागरण ने शुक्रवार को पड़ताल की। इसमें पाया कि जांच टीम थ्रोट स्वैब को तोड़ कर वीटीएम में डाल रही है। शनिवार के अंक में इस फर्जीवाड़े को प्रमुखता से प्रकाशित किया। इस पर डीएम ने मामले में जांच बैठा दी। वहीं, अब रिपीट सैंपलिग की भी जांच की जा रही है। गलती मानती रही टीम

डीएम ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस पर दैनिक जागरण ने जिस टीम के खेल को प्रकाशित किया। जिला सर्विलांस अधिकारी व एसीएमओ डा. अनिल शर्मा ने उस टीम को तलब किया। टीम के चिकित्सक समेत सभी पांच सदस्य आइडीएसपी कार्यालय पहुंचे। डा. अनिल शर्मा ने फटकार लगाकर पूछताछ की। इस पर टीम गलती मानते हुए माफी मांगती रही। वर्जन

कोरोना जांच में ऐसा फर्जीवाड़ा अपराध है। मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद सभी पर निलंबन समेत अन्य कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

- डा. अनिल शर्मा, जिला सर्विलांस अधिकारी

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