संक्रमण ने पसारे पांव, आपात स्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा

जागरण संवाददाता बदायूं जिले में कोरोना संक्रमित तेजी से बढ़ रहे हैं। पहले जहां एक दो मरीज सामने आ रहे थे। वहीं अब एक दिन में 20 पॉजिटिव तक निकल रहे हैं। इससे स्वास्थ्य महकमा भी आपात स्थिति की ओर है। बढ़ते केसों ने सभी को चिंतित कर दिया है। चिंतित स्वास्थ्य महकमा द्वारा भी इसकी रोकथाम को कोई ठोस इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। शुरुआत में जांच के अभाव में कम केस निकले।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 01:24 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 01:24 AM (IST)
संक्रमण ने पसारे पांव, आपात स्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा
संक्रमण ने पसारे पांव, आपात स्थिति की ओर स्वास्थ्य महकमा

जागरण संवाददाता, बदायूं : जिले में कोरोना संक्रमित तेजी से बढ़ रहे हैं। पहले जहां एक दो मरीज सामने आ रहे थे। वहीं, अब एक दिन में 20 पॉजिटिव तक निकल रहे हैं। इससे स्वास्थ्य महकमा भी आपात स्थिति की ओर है। बढ़ते केसों ने सभी को चिंतित कर दिया है। चिंतित स्वास्थ्य महकमा द्वारा भी इसकी रोकथाम को कोई ठोस इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं। शुरुआत में जांच के अभाव में कम केस निकले। लेकिन, अब जांच का दायरा बढ़ा, तो एक दो दिन को छोड़कर अन्य दिनों में निकले संक्रमित अब सभी को डरा रहे हैं। बीते 15 दिन में जिले में 86 संक्रमित निकले हैं। इसको देखते हुए उझानी के कोविड एल वन अस्पताल में बेड बढ़ाने की तैयारी के साथ ही संक्रमितों को अन्य जगह भर्ती करने की व्यवस्था की जा रही है। इससे संसाधन कम नहीं पड़े, क्योंकि अभी तक कोविड एल वन अस्पताल के अतिरिक्त राजकीय मेडिकल कॉलेज में ही पूरी व्यवस्थाएं हैं। अब आश्रय स्थल में व्यवस्था बनाए जाने की बात कही जा रही है जहां पर डेढ़ सौ से ज्यादा बेड तैयार किए जाएंगे। कोविड एल वन अस्पताल में अब तक 125 संक्रमित आ चुके हैं, जिनमें 103 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, जबकि 22 मरीज भर्ती हैं।

इंसेट ..

कोविड एल वन व मेडिकल कॉलेज में चल रहा है संक्रमितों का इलाज

शुरुआत में जिले के संक्रमितों को इलाज के लिए बरेली भेजा गया। लेकिन इलाज के लिए टीम यहीं से गई। ऐसे में स्थानीय स्तर पर इलाज की सुविधा की गई। उझानी में कोविड एल वन अस्पताल बना। शुरूआत में यहां 30 बेड थे। बाद में दस बेड और बढ़ाए गए। अब पांच बेड और बढ़ा दिए गए हैं। इसके अलावा राजकीय मेडिकल कॉलेज में भी नौ मरीज भर्ती किए गए।

किस अस्पताल में कितने बेड

- जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में 70 बेड हैं। इसमें सैंपल लेने के बाद संदिग्धों को भर्ती किया जाता है। उझानी में बने कोविड एल वन अस्पतालमें 45 और राजकीय मेडिकल कॉलेज में 100 बेड है।

आश्रय स्थल में तैयार किया जा रहा डेढ़ सौ बेड का अस्पताल

- अब जिम्मेदारों ने आश्रय स्थल को कोविड एल वन अस्पताल बनाने की तैयारी शुरू की है। यहां जरूरत पड़ने पर यहां डेढ़ मरीज भर्ती हो सकते हैं।

डॉक्टर की राय

संक्रमण ज्यादा होने की वजह अधिक जनसंख्या है। जिले में ऐसे मरीजों की संख्या अधिक है, जिनमें लक्षण नहीं हैं। इसके चलते उनकी जांच नहीं हो पाई और संक्रमण फैलता चला गया। अब सरकार ने जांच का दायरा बढ़ाया है तो जांच बढ़ने से पॉजिटिवों की संख्या बढ़ी है। लॉकडाउन खुलने से लोगों का आपस में मिलना जुलना ज्यादा होना भी संक्रमण फैलने का एक कारण है। ऐसे में सभी सजग रहे। शारीरिक दूरी का ध्यान रखे। मास्क अनिवार्य रूप से लगाए। समय-समय पर हाथों को साबुन या फिर सैनिटाइजर से धुलते रहें।

- डा. राजेश वर्मा, फिजीशियन, जिला अस्पताल

वर्जन

कोविड-19 के मरीज बढ़ रहे हैं, लेकिन अच्छी बात यह है कि तेजी से स्वस्थ भी हो रहे हैं। अधिक से अधिक मरीजों की जांच कराई जा रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। मरीजों के उपचार को अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।

- कुमार प्रशांत, जिलाधिकारी

chat bot
आपका साथी