विद्यालय भूमि पर अवैध कब्जा कर कराया गया निर्माण ध्वस्त कराया

विक्रमपुर चरसौरा गांव में स्कूल की जमीन पर बनाए घर को एडीएम प्रशासन रामनिवास शर्मा ने भारी पुलिस बल के साथ ढहा दिया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 07:04 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 07:04 PM (IST)
विद्यालय भूमि पर अवैध कब्जा कर कराया गया निर्माण ध्वस्त कराया
विद्यालय भूमि पर अवैध कब्जा कर कराया गया निर्माण ध्वस्त कराया

फोटो 17 बीडीएन 57, 58 - इस्लामनगर थाना क्षेत्र के चरसौरा गांव में जमीन पर किया गया था कब्जा

- एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस के साथ की गई कार्रवाई संसू, इस्लामनगर : विक्रमपुर चरसौरा गांव में स्कूल की जमीन पर बनाए घर को एडीएम प्रशासन रामनिवास शर्मा ने भारी पुलिस बल के साथ ढहा दिया। वहीं, भवन स्वामी पक्ष ने लेखपाल पर एकतरफा रिपोर्ट देने का आरोप लगाया। बताया, ्रमामला हाइकोर्ट में भी विचाराधीन है।

गंगा प्रसाद, हरिओम व डब्लू इस घर में परिवारों के संग रह रहे थे। साल 2011 में मौजूदा प्रधान बच्चू सिंह ने स्कूल पर मकान बना होने की शिकायत की थी। लेखपाल ने जांच में इसकी पुष्टि कर रिपोर्ट प्रशासन को सौंपी थी। मामला पहले तहसीलदार और फिर डीएम दरबार में पहुंचा था। गंगाप्रसाद पक्ष ने हाइकोर्ट में भी वाद दायर किया। एडीएम प्रशासन ने बताया कि पिछले दिनों यह आदेश मिला कि निर्माण अवैध है। गुरुवार सुबह पांच जेसीबी लगवाकर मकान ध्वस्त कराया। अप्रिय घटना रोकने के लिए ड्रोन कैमरे से भी पूरे इलाके की निगरानी की। इस्लामनगर, बिल्सी, उघैती व सहसवान थानों की पुलिस और पीएसी के अलावा दमकल विभाग की गाड़ी भी तैनात रही। 10 लोग किए मुचलका पाबंद

निर्माण गिरने के बाद से दोनों पक्षों के बीच माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। एडीएम ने दोनों पक्षों के 10 लोगों को पांच-पांच रुपये के मुचलका से पाबंद किया है। ताकि गांव में शांति व्यवस्था बनी रहे। एकतरफा हुई पूरी कार्रवाई

भवन में रहने वाले पक्ष ने बताया, शुरूआत से ही इस मामले में एकपक्षीय कार्रवाई की गई थी। गलत दस्तावेजों के आधार पर रिपोर्ट भेजी गई थी। प्रशासन ने कहने को तो 110 जमीन पर पट्टे देने की बात कही है लेकिन अभी तक काबिज नहीं कराया है। मामले की अपील हाइकोर्ट में भी की है। 10 तारीख को सुनवाई होगी। गंगा प्रसाद की तकरीबन 85 वर्षीय दादी कांति देवी ने बताया कि वह कई दशक से यहां रह रही हैं। कभी दिक्कत नहीं हुई लेकिन 2011 में हुई जरा सी लड़ाई और एकतरफा कार्रवाई से यह नौबत ला दी।

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