दीपावली पर लौट रहे घर तो सफर में रहें सावधान..! दिल्ली-बदायूं रूट पर जा सकती है जान
दीपावली करीब आते ही दिल्ली-बदायूं रूट पर जहरखुरानी गिरोह के सदस्य एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। प्रतिदिन दिल्ली से आने वाले दो से तीन मुसाफिरों को रोडवेज बसों में शिकार बनाकर उन्हें लूट ले रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बदायूं : दीपावली करीब आते ही दिल्ली-बदायूं रूट पर जहरखुरानी गिरोह के सदस्य एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। प्रतिदिन दिल्ली से आने वाले दो से तीन मुसाफिरों को रोडवेज बसों में शिकार बनाकर उन्हें लूट ले रहे हैं। जहरखुरानों की भनक पुलिस और परिवहन विभाग को बखूबी है, मगर गिरोह को पकड़ने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं दिखते। पिछले 22 दिनों के भीतर करीब 15 से अधिकर मुसाफिर जहरखुरानी के शिकार हो चुके हैं। गनीमत है अभी तक किसी की जान नहीं गई है।
त्योहारी सीजन के आते ही झपटमार और जहरखुरान गिरोह सक्रिय हो जाते है। ये मुसाफिरों और राहगीरों के लिए सर्वाधिक जहरखुरान गिरोह नुकसान दायक के लिए जानलेवा साबित होते है। जहरखुरान अक्सर रोडवेज बसों और ट्रेनों में सफर करने वाले मुसाफिरों को शिकार बनाते हैं। गिरोह मुसाफिर का सामान लूटने के चलते उसकी जान से भी खिलवाड़ करने से नहीं चूकते। नशा सुंघाकर बेहोश कर लूटपाट करने की वजह से मुसाफिरों की जान पर आन पड़ती है। अब दीपावली करीब है। ऐसे में त्योहार को मनाने के लिए घर लौट रहे मुसाफिरों को जहरखुरान गिरोह ने शिकार बनना शुरू कर दिया है। पिछले पांच दिनों में करीब छह लोग जहरखुरानी गिरोह के शिकार हो चुके है। जबकि अब तक आंकड़ा देखे तो 15 से अधिक मुसाफिर शिकार हुए है लेकिन, किसी भी घटना की जानकारी पुलिस के पास नहीं है। इसके साथ ही परिवहन विभाग भी इस पर चुप्पी साधे रहता है। मुसाफिरों के साथ आए दिन होने वाली लूटपाट की घटनाओं को लेकर पुलिस की ओर से कोई भी सुरक्षा व्यवस्था का कदम नहीं उठाया जाता। जिले में इस साल के पुलिस रिकार्ड में एक भी जहरखुरानी गिरोह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। दिल्ली-बदायूं हाईवे के बीच स्थित ढाबों पर गिरोह सक्रिय
कोई भी त्योहार करीब आते ही दिल्ली-बदायूं रूट पर जहरखुरानी गिरोह सक्रिय हो जाता है। यह बात किसी से छुपी नहीं है। दिल्ली-बदायूं हाईवे के बीच में पड़ने वाले ढाबों पर यह गिरोह डेरा डाले रहता है। कोई चाय वाला तो कोई पकौड़ी व चने बेचने वाला। ऐसे में मुसाफिर जलपान के बहाने गिरोह के सदस्यों से सामान खरीद लेते हैं। इस तरह से लोग जहरखुरानी गिरोह के शिकार हो जाते हैं। इसके बाद उनका सामान व नकदी लूट ली जाती है। जिम्मेदार झाड़ते पल्ला, मुसाफिरों की जान पर आफत
जहरखुरान गिरोह आसानी से बस में सवार होकर मुसाफिरों को शिकार बना लेते हैं। बेहोशी की हालत में उनके सामान नकदी को लूटकर बस से उतर भी जाते हैं। इस बीच चालक परिचालकों की लापरवाही मुसाफिरों की जान पर आफत बन जाती है। अधिकांश मामलों में चालक परिचालक बेहोश मुसाफिर को इधर-उधर फेंक कर चला जाता है। जहरखुरान गिरोह के शिकार हुए लोग दो-तीन तक जिला अस्पताल में गुमनामी की हालत में बेहोश रहते हैं। पुलिस का कहना है
दिल्ली-बदायूं रूट पर पड़ने वाले थानों की पुलिस टीम से रोडवेज बसों के अंदर विशेष चेंकिग अभियान चलवाया जाएगा। यदि इस तरह का गिरोह कोई जिले में सक्रिय है, तो उसकी छानबीन के लिए स्वाट टीम को लगाया जाएगा।
डा. ओपी सिंह, एसएसपी