ककोड़ा मेला को शासन से मिली अनुमति

जेएनएन बदायूं कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से गंगा किनारे मेला ककोड़ा नहीं लग प

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 12:49 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 12:49 AM (IST)
ककोड़ा मेला को शासन से मिली अनुमति
ककोड़ा मेला को शासन से मिली अनुमति

जेएनएन, बदायूं : कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल से गंगा किनारे मेला ककोड़ा नहीं लग पा रहा था। इस साल संक्रमण में कमी आने के बाद शासन स्तर से गढ़ मेला को हरी झंडी मिल जाने के बाद यहां रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा के लिए भी शासन की अनुमति मिल गई है। इसको लेकर प्रशासनिक अमले में हलचल बढ़ गई है। जिला पंचायत के अधिकारियों ने सोमवार को भी आयोजन स्थल का जायजा लिया। हालांकि आयोजन स्थल पर अभी बाढ़ का पानी है, लेकिन मेला लगने की संभावना बढ़ गई है।

शासन स्तर से कोरोना के चलते लगाए गए प्रतिबंधों में छूट बढ़ा दी गई है। सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक गतिविधियों को भी छूट दे दी गई है। इसलिए अब कादरचौक स्थित ककोड़ा देवी मंदिर के सीध में कासगंज जिले की सीमा में लगने वाले ऐतिहासिक ककोड़ा मेला लगवाने की कवायद चल रही है। पिछले दिनों जिला पंचायत की बोर्ड की बैठक में बाढ़ के हालात को देखते हुए निर्णय लेने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया। इसमें एसएसपी, सीएमओ, बाढ़ खंड, पीडब्ल्यूडी के अभियंता भी शामिल किए गए हैं। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले दो साल मेला का आयोजन नहीं किया जा सका। ं इस बार कुर्मी समाज की ओर से मेल लगवाने की पुरजोर मांग उठ रही है। सोमवार को जिला पंचायत के अधिकारियों ने आयोजन स्थल का जायजा लिया तो मुख्य मार्ग में बाढ़ का पानी होने के अलावा आयोजन स्थल पर भी पानी भरा हुआ है। कार्तिक पूर्णिमा पर मुख्य स्नान पर्व होता है, इसमें करीब महीनेभर का वक्त बचा है। इन हालातों में मेला आयोजन में दिक्कत आ सकती है, लेकिन अधिकारियों की बढ़ती हलचल को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि मेला लग सकता है। शासन से ककोड़ा मेला लगवाने की अनुमति मिल गई है। गंगा में आई बाढ़ के चलते आयोजन स्थल पर अभी पानी है। हालांकि अभी मेला में समय है। जिला स्तरीय कमेटी बनी है, सभी पहलुओं पर आंकलन करके जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

- दीपा रंजन, जिलाधिकारी

chat bot
आपका साथी