बदायूं के आमगांव व भटौली गांव में बढ़े बुखार के मरीज, चार की मौत

कोरोना महामारी के बीच बुखार भी जानलेवा हो गया है। जगत ब्लाक के आमगांव और सालारपुर क्षेत्र के भटौली गांवों में बुखार से चार और लोगों की मौत हो गई। इन दोनों ब्लाक क्षेत्र के गांवों में पिछले तीन दिनों में दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 May 2021 12:39 AM (IST) Updated:Wed, 12 May 2021 12:39 AM (IST)
बदायूं के आमगांव व भटौली गांव में बढ़े बुखार के मरीज, चार की मौत
बदायूं के आमगांव व भटौली गांव में बढ़े बुखार के मरीज, चार की मौत

बदायूं, जेएनएन : कोरोना महामारी के बीच बुखार भी जानलेवा हो गया है। जगत ब्लाक के आमगांव और सालारपुर क्षेत्र के भटौली गांवों में बुखार से चार और लोगों की मौत हो गई। इन दोनों ब्लाक क्षेत्र के गांवों में पिछले तीन दिनों में दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में सर्वे और दवा वितरण के लिए लगाई गई हैं, लेकिन इंतजाम नाकाफी हैं। बुखार पीड़ित ग्रामीण झोलाछापों की शरण में हैं। म्याऊं, वजीरगंज ब्लाक क्षेत्र के गांवों में भी घर-घर बुखार के मरीज हैं। संसू, सिलहरी : जगत के आमगांव में तीन दिन में बुखार से तीन लोगों की मौत हो गई। मंगलवार को प्रेमपाल की पत्नी ओमवती ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। इसी गांव के टिल्लू उर्फ धर्मेंद्र की भी बुखार आने से सोमवार को मौत हुई। रविवार को अवतार की पत्नी ममता को बुखार ने निगल लिया, इनका निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। पड़ोसी गांव मध्य में प्रधान राजवीर सिंह ने बताया कि सोमवार को रामप्रसाद की बुखार से मौत हो गई। अभी तक गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंची है। सालारपुर में सीएचसी घटपुरी क्षेत्र के गांव नौसाना के नवनिर्वाचित प्रधान गिरीश पाल के ताऊ श्रीपाल सिंह को पांच दिनों से बुखार आ रहा था। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत बिगड़ने पर मंगलवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी मौत हो गई। प्रधान का आरोप है कि उनको आक्सीजन की जरूरत थी, लेकिन डाक्टरों की लापरवाही से उनकी मौत हुई है। इसको लेकर आक्रोशित परिजनों ने हंगामा भी किया। भटौली गांव में चार दिन पहले एक प्रवासी की बुखार से मौत हुई। गांव में रामवीर, अशोक, राजपाल, संगीता, रणवीर, भटौली का मजरा नरऊ पशा में विशेष, अनुराग, शोभित, हरप्यारी, लाखन सिंह, रामश्री, रामवेटी, वीरेश समेत दर्जनों लोगों को बुखार हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा.नरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव भटौली की सूचना मिली थी। स्वास्थ्य परीक्षण कैंप लगाया। बुखार पीड़ितों को दवाएं वितरित कराई। संसू, म्याऊं : कोरोना काल में वायरल बुखार ने भी लोगों की कमर तोड़ दी है। ब्लाक क्षेत्र के गांव गूरा बरेला में लगभग हर घर में बुखार के मरीज हैं। पीएचसी की टीम घर-घर जाकर जानकारी जुटा रही है। जांच कर दवाएं भी उपलब्ध करा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों की क्लीनिक और झोलाछापों के यहां मरीजों की भीड़ बढ़ गई है। एक ओर जहां कोरोना संक्रमण के चलते ग्रामीण दहशत में हैं। गूरा बरेला समेत आसपास के गांवों में भी बुखार का प्रकोप है। कहने को भले ही गूरा में उप स्वास्थ्य केंद्र है, लेकिन चिकित्सक व स्टाफ नहीं है। पीएचसी से डा.उपदेश कुमार की निगरानी में विभाग की टीम लोगों से जानकारी जुटा कर दवाएं मुहैया करा रही है। ग्रामीण कलम सिंह ने बताया कि क्षेत्र में कोई ऐसा गांव नहीं जहां बुखार न फैला हो। पीएचसी म्याऊं के डा.उपदेश कुमार का कहना है कि जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण के मामले पाए जा रहे हैं, वहीं स्वास्थ्य महकमे की टीमें ग्रामीणों की सैंपलिग कर रही हैं। घर-घर टीम भेजकर मरीजों की जांच कराकर दवाएं वितरित कराई जा रही हैं।

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