डीआरडीओ भी लगवाएगा मेडिकल कालेज में आक्सीजन प्लांट
जिले में आक्सीजन की किल्लत का अस्थायी निदान हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज में शासन से स्वीकृत आक्सीजन प्लांट की स्थापना का काम शुरू हो चुका है। 22 मई को प्लांट भी आ जाएगा। इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। सांसद और विधायक निधि से लगने वाले प्लांट का भी आदेश निर्गत हो गया है। इसके अलावा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ भी एक प्लांट लगाएगा।
बदायूं, जेएनएन : जिले में आक्सीजन की किल्लत का अस्थायी निदान हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज में शासन से स्वीकृत आक्सीजन प्लांट की स्थापना का काम शुरू हो चुका है। 22 मई को प्लांट भी आ जाएगा। इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। सांसद और विधायक निधि से लगने वाले प्लांट का भी आदेश निर्गत हो गया है। इसके अलावा रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन डीआरडीओ भी एक प्लांट लगाएगा। डीआरडीओ के अफसरों ने मुआयना कर लिया है।
शासन से मेडिकल कालेज में दो आक्सीजन प्लांट की मंजूरी मिली। एक हजार लीटर आक्सीजन क्षमता के 93 लाख की लागत से प्लांट लगाने को बजट भी जारी होने के साथ काम शुरू हो चुका है। दूसरा प्लांट 67 लाख रुपये का मंजूर हुआ था, लेकिन वह निरस्त हो गया। उसकी जगह सांसद और विधायक निधि से 1000 लीटर क्षमता का आक्सीजन प्लांट लगाने के लिए भी कालेज प्रशासन ने कार्यदायी कंपनी का आदेश निर्गत कर दिया है। इसी बीच डीआरडीओ ने भी यहां 1000 लीटर क्षमता का आक्सीजन प्लांट लगवाने का निर्णय लिया है। यह प्लांट डीआरडीओ अपने स्तर से ही लगवाएगा। मंगलवार को डीएम दीपा रंजन ने मेडिकल कालेज में आक्सीजन प्लांट लगने के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि एक-एक जान कीमती है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कई मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। जिले वासियों को आक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने लिए सरकार एवं जिला प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की भी जानकारी ली। निर्देशित किया कि मरीजों का अच्छे से इलाज करें। समय से खाना दें। उनके स्वजन से भी बात की जाए। इस दौरान प्राचार्य डा.धर्मेंद्र गुप्ता भी मौजूद रहे।