एसडीएम-सीओ को दौड़ाया, हाईवे पर एक घंटे अराजकता

मेरठ हाईवे पर स्थित शहबाजपुर चौराहे पर शुक्रवार शाम ऐसा बवाल हुआ कि आम से लेकर खास तक सहम गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 12:00 AM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 12:00 AM (IST)
एसडीएम-सीओ को दौड़ाया, हाईवे पर एक घंटे अराजकता
एसडीएम-सीओ को दौड़ाया, हाईवे पर एक घंटे अराजकता

सहसवान: मेरठ हाईवे पर स्थित शहबाजपुर चौराहे पर शुक्रवार शाम ऐसा बवाल हुआ कि आम से लेकर खास आदमी की जान भी आफत में पड़ गई। क्षेत्र के लोगों में महिला की मौत का गम था तो पुलिस द्वारा बाइक सवार को छोड़ने का गुबार। गम और गुबार के तूफान को निपटाने की जगह पुलिस ने एक साथ भीड़ से लाश छीनने की कोशिश की। आरोप है कि खींचतान में आई एक महिला से सिपाही ने बदसलूकी कर दी। यहीं से बात बिगड़ गई और भीड़ ने पुलिस पर डंडे और पत्थर से हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सिपाही की हरकत का खामियाजा मौजूद अफसरों को भी भुगतना पड़ा और भीड़ ने एसडीएम व सीओ के वाहन तोड़े और कोतवाल की जीप सभी अधिकारियों को दौड़ाते हुए करीब 60 मीटर दूर जाकर चकनाचूर कर डाली। इसके बाद घंटेभर तक पूरा हाईवे भीड़ के हवाले रहा और पुलिस वहां नहीं भटकी। एडीएम प्रशासन व एसपी देहात के पहुंचने पर हिम्मत जुटाकर पुलिस आगे बढ़ी और दोनों अफसरों ने भीड़ को समझाकर नियंत्रित करते हुए जाम खुलवाया। यतीम हो गए मासूम

अंगूरी की हादसे में मौत के साथ ही उसका पांच साल का बेटा सचिन और तीन साल की बेटी दीक्षा अब यतीम हो चुके हैं। पिता जितेंद्र की पहले ही मौत हो चुकी है। ऐसे में अब केवल नानी और मामा बंटी ही उनका सहारा हैं। बच्चों का भविष्य क्या होगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन फिलहाल बेटी को यह भी नहीं पता है कि उसने उम्र के पहले पड़ाव पर ही पिता के साथ अब मां को भी खो दिया है।

बाजार बंद, हाईवे पर लगे पुलिस मुर्दाबाद के नारे

जाम और बवाल के बाद शहबाजपुर इलाके में हाइवे से सटा बाजार पूरी तरह बंद हो गया। पुलिस ऐसी भागी कि लौटने की हिम्मत नहीं जुटा सकी और हाइवे पर पुलिस-प्रशासन मुर्दाबाद के नारों की गूंज सुनाई देती रही। इस गूंज में जहां गुस्सा और गुबार था, वहीं बीच-बीच में महिलाओं का क्रंदन माहौल को गमगीन बना रहा था।

राइफल हाथ लगती तो भयावह होते हालात

भीड़ ने जब पुलिस पर पथराव शुरू किया तो एक सिपाही की पीठ में पत्थर लगा। सिपाही गिरा और उसकी राइफल छूट गई। भीड़ उस राइफल को उठाने भागी लेकिन किसी तरह खुद को संभालते हुए सिपाही ने फिर से अपनी राइफल उठाई और दौड़ लगा दी। अगर यह राइफल भीड़ के हाथ लग जाती तो हालात भयावह हो जाते और मंजर कुछ और होता। तमाम पुलिसकर्मियों ने तो खेतों में भागकर अपनी जान बचाई।

पुलिस-पब्लिक के बीच चला बखेड़ा

- जाम लगाने से लेकर पुलिस को दौड़ाने वाली भीड़ भले ही आक्रोशित थी लेकिन इन लोगों ने जाम में फंसे वाहनों को कोई क्षति नहीं पहुंचाई। वहां से पैदल गुजरने वाले लोगों से भी किसी ने कोई बदसलूकी नहीं की। भीड़ केवल इस खबर से बौखलाई थी कि बाइक सवार को पकड़कर छोड़ा गया है। इसलिए निशाने पर केवल कोतवाली पुलिस ही थी। बाकी किसी से भीड़ को कोई मतलब नहीं था।

पहले करते बात तो न बिगड़ते हालात

- भीड़ के दौड़ाने के बाद पुलिस के आक्रमक तेवर तो पहले ही ढीले हो चुके थे। एडीएम प्रशासन और एसपी देहात के पहुंचने के बाद पुलिस बिल्कुल शालीन हो गई। अधिकारियों ने सीधे भीड़ में घुसकर उनकी पूरी बात सुनी, दर्द साझा किया और बताया कि मृत महिला को तो वापस नहीं ला सकते लेकिन इतना जरूर है कि जिस लापरवाह बाइक सवार ने उसे टक्कर मारी है, उसे सजा जरूर मिलेगी। अगर पुलिस ने उसे पकड़कर छोड़ा है तो वो दोषी कर्मचारी भी नहीं बचेंगे। खुद कोतवाल ने भी अधिकारियों की कही हर बात पर हामी भरते हुए भीड़ को समझाने की कोशिश की तो लोग मान गए और शव लेकर चले गए। हालांकि इस बीच मध्यस्था कराने के लिए कई भाजपाई भी प्रशासन और पब्लिक के साथ खड़े नजर आए।

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सहसवान: महिला अंगूरी के भाई बंटी ने बाइक नंबर के आधार पर मुजरिया थाने के जिजाहट गांव निवासी महेंद्र के खिलाफ मुकदमा लिखाया था। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव घर लेकर आए तो पता लगा कि पुलिस ने बाइक सवार को पकड़कर छोड़ दिया है। इससे आक्रोशित भीड़ ने शव को हाइवे पर रखकर शहबाजपुर चौराहे पर जाम लगा दिया। पुलिस समझाने पहुंची तो भीड़ आमादा फसाद हो गई और एसडीएम व सीओ समेत पूरी टीम पर पथराव कर दौड़ा दिया। इसके बाद पुन: जामस्थल पर आकर भीड़ जमा हो गई। मुजरिया, जरीफनगर व उघैती थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया। वहीं एसपी देहात भी स्थिति को नियंत्रित करने में जुट गए। तब कहीं जाकर तीन घंटे बाद लोग रास्ते से हटे। वर्जन ::

आक्रोशित भीड़ ने जाम लगाया था। अब उसे खुलवा दिया गया है। वाहन चालक को पकड़कर छोड़ने का आरोप निराधार है। फिर भी जांच कराई जाएगी, अगर कोई दोषी मिलता है तो कार्रवाई भी की जाएगी।

- डॉ. एसपी ¨सह, एसपी देहात

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