कोरोना ने बंद किया जेल का दरवाजा

जिला कारागार में एक सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 150 से अधिक हो गई है। कोविड अस्पताल में इन्हें नहीं भर्ती कराया जा रहा है। वजह बंदियों के वहां से भागने का खतरा है इसलिए जेल में ही अलग बैरक में व्यवस्था की गई है। नए कैदियों को जेल में लाना जोखिम का काम हो गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Aug 2020 12:53 AM (IST) Updated:Fri, 21 Aug 2020 06:02 AM (IST)
कोरोना ने बंद किया जेल का दरवाजा
कोरोना ने बंद किया जेल का दरवाजा

जेएनएन, बदायूं : जिला कारागार में एक सप्ताह में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 150 से अधिक हो गई है। कोविड अस्पताल में इन्हें नहीं भर्ती कराया जा रहा है। वजह बंदियों के वहां से भागने का खतरा है, इसलिए जेल में ही अलग बैरक में व्यवस्था की गई है। नए कैदियों को जेल में लाना जोखिम का काम हो गया है। जिला कारागार में 31 जुलाई को पहले पहली जांच में 10 बंदी पॉजिटिव मिले। एक अगस्त को हुई जांच में 44 नए संक्रमित निकल आए जिनमें कैदियों और बंदियों के अलावा जेल के कर्मचारी भी शामिल रहे। तीन अगस्त को 11, चार अगस्त को 36, 12 अगस्त को 6 और 13 अगस्त को 5 केस मिले थे। स्वतंत्रता दिवस के कारण बीच में जांच नहीं हुई थी। 19 अगस्त को हुई जांच में 30 और कोरोना पॉजिटिव निकलने से यहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 155 तक पहुंच गई है। संक्रमित जेल कर्मियों को तो कोविड अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, लेकिन बंदियों और कैदियों को जेल की बैरक में ही अलग कर दिया गया है। बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आ चुके हैं, संपर्क में रहने वालों की भी जांच कराई जा रही है।

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अस्थाई जेल भेजे जा रहे नए बंदी

- जिला कारागार में संक्रमित निकल रहे बंदी और कैदियों को अलग बैरक तैयार कर संक्रमण से निपटने के लिए आइसोलेट किया जा रहा है। नए बंदियों को अस्थाई जेल में भेजा जा रहा है, ताकि वह जेल में किसी संक्रमित के संपर्क में आकर संक्रमित न हो जाएं। फिलहाल प्रशासन का दावा है कि जेल के अंदर ही पर्याप्त इंतजाम करा दिए गए हैं। वर्जन ..

नए बंदी और कैदियों को अस्थाई जेल में भेजा जा रहा है। जेल में मिले संक्रमितों को वहीं पर अलग बैरक में आइसोलेट किया है। सुरक्षा के मानक को देखते हुए उन्हें कोविड अस्पताल में अभी नहीं भेजा जाएगा।

- नरेंद्र बहादुर सिंह, एडीएम एफआर

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