बदायूं में कोरोना ने पढ़ाई के साथ बदला परिणाम का तरीका

जिले में आइसीएसई बोर्ड के एक मात्र डीपाल स्कूल का 10वीं व 12वीं का रिजल्ट शनिवार को घोषित हुआ। आनलाइन पढ़ाई तो हुई। लेकिन इस बार परीक्षा नहीं हुई थी इसलिए परिणाम का तरीका भी बदला दिखाई दिया। रिजल्ट जारी करने के साथ बोर्ड ने विद्यालयों को निर्देशित किया कि विद्यालय स्तर पर भी किसी को टापर घोषित नहीं किया जाना है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jul 2021 01:39 AM (IST) Updated:Sun, 25 Jul 2021 01:39 AM (IST)
बदायूं में कोरोना ने पढ़ाई के साथ बदला परिणाम का तरीका
बदायूं में कोरोना ने पढ़ाई के साथ बदला परिणाम का तरीका

बदायूं, जेएनएन : जिले में आइसीएसई बोर्ड के एक मात्र डीपाल स्कूल का 10वीं व 12वीं का रिजल्ट शनिवार को घोषित हुआ। आनलाइन पढ़ाई तो हुई। लेकिन, इस बार परीक्षा नहीं हुई थी, इसलिए परिणाम का तरीका भी बदला दिखाई दिया। रिजल्ट जारी करने के साथ बोर्ड ने विद्यालयों को निर्देशित किया कि विद्यालय स्तर पर भी किसी को टापर घोषित नहीं किया जाना है। रिजल्ट में सभी बच्चे पास हुए।

शनिवार दोपहर तीन बजे बोर्ड ने रिजल्ट घोषित किया। डीपाल स्कूल के प्रधानाचार्य व कुछ शिक्षक ने ही कंप्यूटर पर रिजल्ट देखकर आकलन किया। परीक्षाफल आनलाइन जारी होने से बच्चों और अभिभावकों ने घर बैठे परिणाम देखा। किसी को फेल नहीं किया जाना था। इसलिए परिणाम को लेकर बीते वर्षो की तरह उत्सुकता नहीं दिखी। प्रधानाचार्य फादर सिबी कुरियन ने बताया कि इस वर्ष हाईस्कूल में 141 और इंटरमीडिएट में 87 बच्चे थे, सभी उत्तीर्ण हुए हैं। प्रधानाचार्य सिबी कुरियन और प्रबंधक फादर वीरेंद्र ने सौ फीसद रिजल्ट पर शिक्षकों को मिठाई खिलाई। बोर्ड से एक्सलसीट पर रिजल्ट नहीं किया गया है। इसलिए कालेज प्रबंधन ने अधिक जानकारी नहीं दी। इनसेट ::

रिजल्ट के पैटर्न को बरती गोपनीयता

10वीं और 12वीं का रिजल्ट तैयार करने में आइसीएसई बोर्ड ने पूरी गोपनीयता बरती है। 12वीं के बच्चों के परिणाम के लिए 10वीं व 11वीं का रिजल्ट और 12वीं प्रीबोर्ड के अंक मांगे गए थे। फिर बोर्ड स्तर से रिजल्ट बना। प्रधानाचार्य फादर सिबी कुरियन का कहना है कि बोर्ड के स्तर पर क्या मानक अपनाया गया यह विद्यालय को नहीं बताया गया है। इनसेट :

रिजल्ट घोषित होने से खुलेंगे आगे के रास्ते

कोरोना संक्रमण के बीच आनलाइन पढ़ाई चल रही थी। रिजल्ट घोषित नहीं होने बच्चे परेशान थे। परिणाम के बाद अब 10वीं के छात्र अगली कक्षा में प्रवेश ले सकेंगे। वहीं, 12वीं के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल हो सकेंगे।

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