पूर्व विधायक रामसेवक पटेल की कोठी पर चला बुलडोजर

जागरण संवाददाता बदायूं पूर्व रामसेवक सिंह पटेल की कोठी तोड़ने की कार्रवाई मंगलवार से शुरू हुई। छह माह पहले ही कब्रिस्तान की भूमि अभिलेखों में हेरफेर कर कब्जाने की पुष्टि जांच में हो गई थी। तब कोठी तुड़वाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। लेकिन कमिश्नर के यहां अपील होने से मामला अटक गया। अब कमिश्नर के यहां से भी अपील खारिज हो गई तो मंगलवार को कोठी तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई। सात जेसीबी में से तीन खराब हुई तो क्रेन भी मंगवाई। यह प्रक्रिया बुधवार को भी जारी रहेगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 01:15 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 01:15 AM (IST)
पूर्व विधायक रामसेवक पटेल की कोठी पर चला बुलडोजर
पूर्व विधायक रामसेवक पटेल की कोठी पर चला बुलडोजर

जागरण संवाददाता, बदायूं : पूर्व रामसेवक सिंह पटेल की कोठी तोड़ने की कार्रवाई मंगलवार से शुरू हुई। छह माह पहले ही कब्रिस्तान की भूमि अभिलेखों में हेरफेर कर कब्जाने की पुष्टि जांच में हो गई थी। तब कोठी तुड़वाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। लेकिन कमिश्नर के यहां अपील होने से मामला अटक गया। अब कमिश्नर के यहां से भी अपील खारिज हो गई, तो मंगलवार को कोठी तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई। सात जेसीबी में से तीन खराब हुई, तो क्रेन भी मंगवाई। यह प्रक्रिया बुधवार को भी जारी रहेगी।

जवाहरपुरी स्थित मुख्य मार्ग पर पूर्व विधायक रामसेवक सिंह पटेल की कोठी बनी है। बिनावर विधानसभा क्षेत्र से पांच बार विधायक रह चुके रामसेवक सिंह पटेल ने पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से बगावत कर सदर सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि चुनाव हार गए थे। कब्रिस्तान की जमीन पर कोठी बनवाने की शिकायतें मिलने पर तत्कालीन जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कराई थी। जांच में पता चला था कि कागजों में हेराफेरी कर पूर्व विधायक का नाम दर्ज कराया गया है, इसमें एक लेखपाल को भी आरोपित ठहराया गया। पूर्व विधायक और लेखपाल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। इस पर प्रशासन से पहले पूर्व विधायक ने खुद ही कोठी का काफी हिस्सा तोड़वा दिया था। फिर कमिश्नर के यहां अपील की थी। वहां से अपील खारिज हो जाने के बाद मंगलवार को नगर मजिस्ट्रेट अमित कुमार के नेतृत्व में कोठी तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच कराई थी, जिसमें यह साबित हो चुका है कि कब्रिस्तान की जमीन कब्जाकर कोठी बनवाई गई है। कमिश्नर के यहां से भी अपील खारिज होने के बाद आज कार्रवाई की गई, कार्रवाई कल भी जारी रहेगी।

- अमित कुमार, नगर मजिस्ट्रेट

वर्जन :: फोटो 7 बीडीएन 5

हमने जीवन भर ईमानदारी से राजनीति की है। कभी किसी की जमीन नहीं कब्जाई। राजनीतिक द्वेशवश मेरे साथ जो व्यवहार हो रहा है वह ठीक नहीं है। जहां मेरी कोठी बनी है वह जमीन भी मेरी है। जिस कब्रिस्तान की बात कही जा रही है वह निजी कब्रिस्तान की जमीन है, जिस व्यक्ति के नाम थी उसने इकरारनामा कर मुझे बैनामा कर दिया था। कोठी को गिराने के लिए मुझे आज तक कोई नोटिस नहीं दिया गया है। सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के बल पर प्रशासन मनमानी कर रहा है।

- रामसेवक सिंह पटेल, पूर्व विधायक

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